अत्यधिक मानसून बारिश से फसल और मकानों को भारी नुकसानजेवरगी तालुक के बिराल (के) गांव में नहर की बाढ़ के कारण नष्ट हुई पपीते की फसल।

जून-अगस्त में सामान्य से 69 प्रतिशत अधिक बारिश

575 घरों को आंशिक क्षति

कलबुर्गी. मानसून की अत्यधिक बारिश ने गर्म क्षेत्र कलबुर्गी को हिला कर रख दिया है। जिले के कई हिस्सों में फसलें बर्बाद हुई हैं और सैकड़ों घर प्रभावित हुए हैं।

1 जून से 31 अगस्त के बीच जिले में सामान्यत: 406 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, परन्तु इस वर्ष 485 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। अगस्त में सामान्य 156 मिमी की तुलना में 263 मिमी बारिश हुई, जो 69 प्रतिशत अधिक है। अगस्त के दूसरे पखवाड़े में लगातार 108 मिमी बारिश ने नुकसान और बढ़ा दिया।

बारिश के दौरान अफजलपुर और जेवरगी तालुक में घरों की दीवारें गिरने से एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई। 6 बड़े और 21 छोटे जानवरों की भी मृत्यु हुई। जिले में कुल 575 मकानों को आंशिक नुकसान हुआ, जिनमें से दो सप्ताह में ही 334 घर प्रभावित हुए।

जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, बारिश और बाढ़ के पानी से 841 घरों में बर्तन, कपड़े और अनाज खराब हुए।

स्थानीयों की मांग

जेवरगी तालुक बिराल (के) के निवासियों ने कही कि लगातार बारिश से हमारे पुराने घर की दीवार गिर गई और यह रहने योग्य नहीं रहा। अनाज को दूसरी जगह स्थानांतरित करना पड़ा है। सरकार तुरंत क्षतिग्रस्त घरों के लिए मुआवजा वितरण करनी चाहिए।

फसल नुकसान

कलबुर्गी जिले में भारी बारिश से फलों और सब्जियों की खेती प्रभावित हुई है। 1 जून से 31 अगस्त तक कुल 92.34 हेक्टेयर बागवानी फसलें नुकसान हुई हैं। अफजलपुर तालुक में 29.40 हेक्टेयर, कलबुर्गी तालुक में 25 हेक्टेयर बागवानी फसलें नुकसान हुई हैं।

जिले के कृषि और बागवानी विभाग की संयुक्त सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है कि अत्यधिक मॉनसून बारिश ने किसानों के लिए गंभीर आर्थिक संकट पैदा कर दिया है।

मुख्य फसलों का नुकसान

सब्जियां — नुकसान

प्याज — 32.15 हेक्टेयर
टमाटर — 10.10 हेक्टेयर
मिर्च — 5.90 हेक्टेयर
भिंडी — 2.60 हेक्टेयर
बैंगन — 1.80 हेक्टेयर
करेला — 1.20 हेक्टेयर

फल — नुकसान

पपीता — 15.80 हेक्टेयर
तरबूज — 4.80 हेक्टेयर
केला — 4.14 हेक्टेयर
ड्रैगन फ्रूट — 2 हेक्टेयर

फूल — नुकसान

गुलाब — 3.20 हेक्टेयर
गेंदे का फूल — 2.95 हेक्टेयर
सेवंती फूल — 1.80 हेक्टेयर

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