दांडेेली (उत्तर कन्नड़). दांडेेली के काली बाघ संरक्षित क्षेत्र में अधिकारियों की ओर से दिशा-निर्देशों और नियमों का उल्लंघन कर करोड़ों रुपए के घोटाले किए जाने की जानकारी केंद्र सरकार के संज्ञान में आई है। इस पर अब जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
अभियुक्त अधिकारियों पर आरोप है कि वन क्षेत्र के गांवों में रहने वाले निवासियों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ी की गई। 152 करोड़ रुपए की लागत वाली वनवासियों के पुनर्वास योजना में नियमों के खिलाफ कार्यवाही तथा अवैध पुनर्वास हुआ है।
इसी आरोप के आधार पर केंद्र पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जांच का आदेश दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता वी.एम. प्रमोद की शिकायत पर राज्य के पी.सी.सी.एफ. (प्रधान मुख्य वन संरक्षक) को जांच के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, यह शिकायत राज्य पूरक वानिकी निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भी भेजी गई है और तत्काल प्राथमिकता के आधार पर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं।
