हुब्बल्ली में पहली विमानन प्रशिक्षण स्कूल की शुरुआतहुब्बल्ली में हुब्बल्ली हवाई अड्डे के निदेशक रूपेश कुमार के साथ एयर टैक्सी अकादमी के कर्मचारी।

उत्तर कर्नाटक के युवाओं के लिए पायलट बनने का अवसर

हुब्बल्ली. उत्तर कर्नाटक में पहली बार विमानन प्रशिक्षण स्कूल हुब्बल्ली में शुरू हो गया है। यह कदम टियर-2 शहरों में विमानन क्षेत्र के रोजगार और युवाओं के करियर के लिए विशेष महत्व रखता है।

इससे पहले, पायलट बनने या विमानन क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों को केवल बेंगलूरु के जक्कूर विमानन प्रशिक्षण स्कूल पर निर्भर रहना पड़ता था। अब हुब्बल्ली में यह अवसर मिलने से क्षेत्र के युवाओं को अपनी नगर के नजदीक ही प्रशिक्षण लेने और भविष्य में पायलट बनने का मौका मिलेगा।

प्रशासन और स्थान का महत्व

हुब्बल्ली का हवाई क्षेत्र नागरिक और सैन्य उड़ानों के लिए सुरक्षित तथा कम बाधित माना जाता है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने इस कारण विमानन प्रशिक्षण स्कूल की स्थापना की अनुमति दी है।

प्रशिक्षण प्रारंभ

नई दिल्ली आधारित एयर टैक्सी अकादमी के हुब्बल्ली संचालन प्रमुख विनोद विश्वनाथन ने कहा कि अकादमी को हुब्बल्ली में प्रशिक्षण देने की अनुमति मिली है। अकादमी ने गोकुल रोड स्थित अपने परिसर में पहले बैच के छात्रों के लिए ऑन-ग्राउंड (एयरपोर्ट रनवे) और थ्योरी कक्षाएं शुरू कर दी हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में उड़ान प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।

बैच और प्रशिक्षण विवरण

उन्होंने कहा कि पहले बैच में 9 छात्र प्रवेशित हुए हैं। यह एक साल का कोर्स है और प्रशिक्षण के लिए छात्रों की पीयूसी विज्ञान योग्यता आवश्यक है। युवतियों को भी इस कोर्स में प्रवेश का अवसर है। प्रशिक्षण के लिए अकादमी ने चार और दो सीट वाले हल्के विमान उपलब्ध कराए हैं। प्रत्येक छात्र को कम से कम 200 घंटे उड़ान प्रशिक्षण दिया जाएगा। अतिरिक्त घंटे के लिए अतिरिक्त शुल्क देना होगा।

परीक्षा और करियर

विश्वनाथन ने कहा कि 200 घंटे की उड़ान प्रशिक्षण के बाद छात्र नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की परीक्षा देने के योग्य होंगे। परीक्षा उत्तीर्ण करने पर छात्र किसी भी विमानन संस्था में पायलट के रूप में करियर शुरू कर सकते हैं।

सुविधाएं और आधारभूत विकास

हुब्बल्ली एयरपोर्ट में अकादमी के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण जारी है। कुछ ही सप्ताह में यह पूरा हो जाएगा, जिसके बाद प्रायोगिक उड़ान प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। यह सुविधा निजी संस्थान की ओर से बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) आधार पर विकसित की जा रही है।

सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी

सरकार ने प्रशिक्षण स्कूल की स्थापना को मंजूरी दी है। आवश्यक सभी सुविधाएं एयरपोर्ट पर उपलब्ध कराई जाएंगी और नागरिक निर्माण कार्य प्रगति पर है।
रूपेश कुमार, निदेशक, हुब्बल्ली एयरपोर्ट

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