जाती गणना विवाद : जोशी को खरगे का पलटवार
कहा—”क्या हिंदू धर्म इतना कमजोर है?”
हुब्बल्ली. राज्य में चल रही सामाजिक एवं शैक्षणिक सर्वेक्षण (जाति गणना) को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इस सर्वेक्षण पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि यह “हिंदुओं के धर्मांतरण को प्रोत्साहित करता है।”
जोशी ने सर्वेक्षण में शामिल “क्रिश्चियन लिंगायत” और “क्रिश्चियन ब्राह्मण” जैसे उल्लेखों पर सवाल उठाए थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियांक खरगे ने जोशी के आरोपों को तीखे शब्दों में खारिज किया।
खरगे ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से पलटवार करते हुए लिखा कि “आपकी ही पार्टी के एक नेता ने परिवार सहित धर्म परिवर्तन किया था। तो क्या आप उनके लिए ‘घर वापसी’ अभियान चलाने वाले हैं?”
उन्होंने जोशी से सीधा सवाल पूछा कि “क्या मात्र एक सर्वेक्षण से धर्म परिवर्तन संभव है? अगर हां, तो क्या हिंदू धर्म इतना कमजोर है?”
प्रियांक खरगे ने कहा कि लोगों को अब “जादू भरे भाषण नहीं, बल्कि तर्कसंगत जवाब” चाहिए।
इससे पहले, प्रल्हाद जोशी ने धारवाड़ में कहा था कि जाति गणना में निजी और अप्रासंगिक प्रश्न जोडक़र हिंदू समाज को विभाजित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या अपनी कुर्सी बचाने के लिए इस सर्वेक्षण को आगे बढ़ा रहे हैं।
खरगे की यह कड़ी प्रतिक्रिया जाति गणना के मुद्दे पर चल रही राजनीतिक बहस को और भी गर्म कर रही है।
