72 घंटों में तीसरे आरोपी को तमिलनाडु में धरदबोचा
विदेशी महिलाओं के साथ बलात्कार और हमले का मामला
कोप्पल. जिले के गंगावती तालुक के साणापुर में पर्यटकों पर हाल ही में हुए हमले के तीसरे आरोपी गंगावती के साईं नगर निवासी शरणबसवराज को घटना के 72 घंटे के भीतर तमिलनाडु में गिरफ्तार कर गंगावती ले आई है। उसी आवासीय इलाके के निवासी मल्लेश हंदी और चेतन साईं को घटना के अगले दिन गिरफ्तार किया गया था।
इस बारे में सोमवार पत्रकारों को जानकारी देते हुए जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राम एल. अरसिद्धि ने कहा कि तीसरे आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। अपराध में प्रयुक्त बाइक जब्त कर ली गई है। यह साबित हो गया है कि घटना के समय आरोपी शराब पी रखी थी।
साणापुर और आनेगोंदी इलाकों में अधिक पुलिस तैनात की गई है। वहां शराब और नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री होने की सूचना मिली है। इसकी जांच की जा रही है।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राम एल. अरसिद्धि ने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि आरोपी घटना के बाद भागने से पहले अपना मोबाइल फोन अपने साथ नहीं ले गया था। वह अपने पास मौजूद थोड़े से पैसे लेकर रायचूर से तमिलनाडु के वेल्लोर के लिए रवाना हुआ था।
उन्होंने कहा कि फोन नहीं होने के बाद भी उसने अपने परिवार के सदस्य, करीबियों, परिचित और कुछ मित्रों को फोन किया था। इस पर नजर रख रही पुलिस ने देखा कि आरोपी रायचूर बस स्टैंड गया, वहां से पैदल रेलवे स्टेशन गया और वहां से ट्रेन में सवार हो गया। यह सूचना मिलने पर कोप्पल साइबर पुलिस थाना निरीक्षक महांतेश सज्जन, कुकनूर पुलिस थाने के पीएसआई गुरुराज और कर्मचारी अंदप्पा, विश्वनाथ, मैलारप्पा, ज्ञानप्पा, मेहबूब, देवेंद्र और सद्दाम हुसैन की दो टीमों ने लगातार तलाशी शुरू की।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रायचूर में बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन तक जाने वाली मुख्य सडक़ और स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर आरोपी के ट्रेन में चढऩे की पुष्टि हुई। रायचूर में रहते हुए उसने अपने एक दोस्त को फोन कर पैसे जमा कराने को कहा। पुलिस ने तुरंत उस मित्र को हिरासत में ले लिया जिसे उसने फोन किया था और उससे जानबूझकर पैसे जमा करने में देरी करने को कहा। पैसे के लिए लगातार फोन कॉल करते के सुराग का पीछा करते हुए पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा। फोन होता तो पकड़े जाने का खतरा मेहसूस करने वाले आरोपी के लिए किराए का फोन खतरा बना।
उन्होंने कहा कि आरोपी का पीछा करते हुए जब मंत्रालय रेलवे स्टेशन पर भी कैमरे चेक किए गए तो वह वहां नहीं उतरा था। इसी मार्ग पर आगे बढ़ते हुए पुलिस ने ट्रेन के पूरे मार्ग की जानकारी प्राप्त की। तमिलनाडु पहुंचने के बाद उसके जरिए अपने करीबी दोस्तों को किए गए कॉल से आरोपी के ठिकाने की पुष्टि हुई।
समुद्र तट पर सोया
कार्रवाई में भाग लेने वाले एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शरणबसवराज ने अपराध के दिन पहने कपड़े पर ही गांव छोड़ा था। वह वेल्लोर के पास समुद्र तट पर मिली एक टोपी और रूमाल बांधकर सोया हुआ था। उसके पहने हुए कपड़ों, फोन कॉल और पुलिस के जरिए गठित सूचना साझा करने वाली टीम की ओर से उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर आरोपी का पता लगा।
उन्होंने बताया कि भगोड़े आरोपी के पास फोन होता तो आज के तकनीकी युग में उसका पता लगाना कठिन नहीं है परन्तु उसका फोन उपयोग में नहीं होने से आरोपी को ढूंढना एक चुनौती थी। सभी पुलिस अधिकारियों की मदद और तकनीकी टीम के सहयोग से आरोपी का पता लगाना संभव हो सका।
आरोपी से घटनास्थल का पंचनामा
पुलिस ने तीसरे आरोपी शरणबसवराज को गंगावती तालुक के साणापुर के पास घटना स्थल ले जाकर पंचनामा किया। बाद में आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
संवाददाता सम्मेलन में अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार उपस्थित थे।
जिले में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए जारी की हेल्पलाइन
जिला पर्यटन विकास समिति ने जिले में पर्यटन स्थलों पर आने वाले लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने और सुरक्षा की दृष्टि से हेल्पलाइन शुरू की है। जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई हाल ही में साणापुर में पर्यटकों पर हुए हमले के मद्देनजर की है।
इस जिले में ऐतिहासिक पर्यटक आकर्षण के स्थल हैं, जिन्हें देखने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों आते हैं। इसलिए जिला प्रशासन भवन में हेल्पलाइन एवं सूचना केंद्र शुरू किया गया है। इस केंद्र पर स्वास्थ्य, पुलिस, अग्निशमन, वन, आबकारी, पर्यटन और पुरातत्व विभाग के कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
जिलाधिकारी एवं जिला पर्यटन समिति के अध्यक्ष नलिन अतुल ने बताया कि खतरे और आपातस्थिति के समय पर्यटकों को सूचना उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है। यह हेल्पलाइन प्रतिदिन सुबह 8 से शाम 8 बजे तक चालू रहेगी। पर्यटक हेल्पलाइन संख्या 08539-225311 पर कॉल कर सकते हैं।