ग्राम पंचायत ने नहीं किया बोरवेल का रखरखाव
150 से अधिक घरों में बनी समस्या
हावेरी. तालुक के बम्मनकट्टी गांव में गर्मियों की शुरुआत से ही पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानीय निवासी अब पानी की तलाश में गली-गली भटक रहे हैं। गांव में कई लोगों के लिए पानी लाना ही काम बन गया है।
ग्राम पंचायत गांव में स्थित बोरवेल का रखरखाव करने में विफल रही है, जिसके परिणामस्वरूप लोगों को परेशानी हो रही है।
वे हर दिन सुबह से रात तक अपनी जरूरत का पानी लाने के लिए कई किलोमीटर भटक रहे हैं। गांव में स्थित प्लॉट और आसपास के इलाकों में 150 से अधिक मकान हैं। इन घरों को पानी का कनेक्शन भी उपलब्ध कराया गया है परन्तु अभी तक पानी नहीं आया है। इस क्षेत्र के पास चार बोरवेल हैं, परन्तु वे अब उपयोग योग्य नहीं हैं।
और भी विकराल हुई पानी की समस्या
दो बोरवेल खोदे गए हैं, परन्तु पंप मोटर नहीं उतारा गया है। फ्लाईओवर निर्माण के नाम पर दो अन्य बोरवेलों के बिजली कनेक्शन काट दिए गए हैं। इन चारों बोरवेलों से पानी नहीं आने के कारण पानी की समस्या और भी विकराल हो गई है।
स्थानीय लोगों को हो रही आपत्ति
गांव की कई गलियों में बोरवेल खुदवाए गए हैं और वहां से पानी आ रहा है। लोग वहां पानी भर रहे हैं। अब दूसरे इलाकों से लोग पानी लेने आ रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को आपत्ति हो रही है।
चार महीने से पानी की आपूर्ति नहीं
ग्रामीण यल्लप्पा ने कहा कि बम्मनकट्टी गांव के अधिकांश गलियों को बोरवेल के जरिए पानी की आपूर्ति की जाती है। प्लॉट और आसपास के इलाकों में चार महीने से पानी की आपूर्ति नहीं हुई है। इस क्षेत्र के लोग पानी लाने के लिए मटकियां लेकर दूर-दूर तक जा रहे हैं।
पानी की समस्या का तुरंत समाधान करे
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत पीडीओ और सदस्यों को पानी की समस्या के बारे में सूचित कर दिया गया है। फिर भी, समस्या का समाधान नहीं हुआ है। पानी की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गर्मी बढ़ती जा रही है और आने वाले दिनों में पानी की समस्या और भी बढ़ेगी। हमारे गांव में पानी की समस्या का तुरंत समाधान करना चाहिए।
ठेला गाड़ी में मटकियां
स्थानीय महिलाओं ने कहा कि घर के सामने वाले नल से पानी नहीं आ रहा है। घर के पास बोरवेल हैं। उनमें से भी पानी नहीं निकल रहा है। हमें पानी लाने के लिए ठेला गाडिय़ों में मटकियां रखकर अन्य गलियों को जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि पानी पीने, नहाने, कपड़े धोने, शौचालय और अन्य कार्यों के लिए आवश्यक है। एक घर को प्रतिदिन 15 से 20 मटकी पानी की आवश्यकता होती है। हमारी गली में पानी नहीं है। इसके चलते हम दूर की गलियों को जाकर पानी ला रहे हैं।
मेले से पहले पानी दें
ग्रामीणों का कहना है कि बम्मनकट्टी गांव में 30 मार्च से मेला लगेगा। रिश्तेदार और परिचित शहर में आ रहे हैं। मेले से पहले सभी घरों में पानी की आपूर्ति करनी चाहिए।
जलजीवन के नल में पानी नहीं
ग्रामीणों ने कहा कि जलजीवन मिशन परियोजना के अंतर्गत बम्मनकट्टी गांव में नल लगाए गए हैं परन्तु नल क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई घरों के सामने नल हैं परन्तु पानी आपूर्ति नहीं हो रही है। लोगों ने इस बारे में अधिकारियों से शिकायत भी की है। इससे पहले अधिकारियों की एक टीम ने गांव का दौरा कर नलों का निरीक्षण किया था परन्तु लोगों को समाधान नहीं मिला है। ग्रामीण परिवारों को जल उपलब्ध कराने वाली जलजीवन मिशन योजना सार्थक हुई है परन्तु योजना का क्रियान्वयन ईमानदारी से करना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारियों को गांव का दौरा कर परियोजना में आ रही समस्याओं का समाधान करना चाहिए ताकि हर घर तक पानी पहुंच सके।