गारंटी योजनाओं पर नया सुझाव,
मायकोंड विधायक बसवंतप्पा की मांग से बढ़ी राजनीतिक हलचल
दावणगेरे. कांग्रेस सरकार विधानसभा चुनाव से पहले पांच गारंटी योजनाओं — गृहज्योति, गृहलक्ष्मी, युवानिधि, अन्नभाग्य और शक्ति योजनाओं की घोषणा कर सत्ता में आई परन्तु इनके क्रियान्वयन में लगातार खामियां उजागर हो रही हैं।
गृहज्योति योजना में घोषित 200 यूनिट मुफ्त बिजली औसत खपत के आधार पर दी जा रही है। गृहलक्ष्मी योजना की राशि हर महीने समय पर जमा नहीं हो रही है। युवानिधि योजना का लाभ कितनों तक पहुंचा, यह सरकार भी स्पष्ट नहीं कर पाई है। केवल शक्ति योजना अपेक्षाकृत सही ढंग से चल रही है।
इसी बीच, मायकोंड कांग्रेस विधायक के.एस. बसवंतप्पा ने एक नया प्रस्ताव रखकर बहस छेड़ दी है।
उनका सुझाव है कि परिवार अपने बच्चों को यदि सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाते हैं, तभी उन्हें पांचों गारंटी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।
विधायक का तर्क
सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार घट रही है। गारंटी पाने वालों को अनिवार्य रूप से अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में कराना चाहिए। जो लोग ऐसा करेंगे, उन्हें गारंटी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से मिले।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज
इस प्रस्ताव पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। समर्थकों का मानना है कि इससे सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ेगा और शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। जबकि विपक्षी नेताओं का कहना है कि गारंटी योजनाओं को इस तरह की शर्त से जोडऩा गरीबों के साथ अन्याय होगा।
