सरकारी प्रोत्साहन राशि का उपयोग करने में युवतियां अग्रणी!
अजाजजा की महिला किसी अन्य जाति के व्यक्ति से विवाह करने पर दम्पति को मिलेंगे 3 लाख रुपए
उच्च जाति की महिला के अजाजजा के पुरुष से विवाह करने पर मिलेंगे 2.5 लाख रुपए
बेलगावी. सीमावर्ती जिले बेलगावी में युवा जोड़ों में जातिगत सीमाओं के पार विवाह करने का चलन बढ़ रहा है।
सरकार जाति-मुक्त समाज बनाने और सांप्रदायिक संघर्ष को खत्म करने के लिए अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित कर रही है और बेलगावी में ऐसे विवाहों की संख्या साल-दर-साल बढ़ रही है।
तीन वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो अंतरजातीय विवाह योजना के तहत कुल 1,575 लोगों ने आवेदन किया था, जिनमें से 1,290 जोड़ों को प्रोत्साहन राशि मिली है। सरकार की ओर से 25 करोड़ रुपए से अधिक राशि जारी की गई है। अंतरजातीय विवाह करने में और प्रोत्साहन राशि का उपयोग प्राप्त करने में बेलगावी जिले ने राज्य में पांचवां स्थान हासिल किया है।
युवतियां ही सबसे आगे
समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकारी प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने वालों में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की अधिकांश युवतियां शामिल हैं। हाल के वर्षों में इस जाति की युवतियां अधिक शिक्षित हुई हैं, छुआछूत और जातिवाद से उभरी हैं और एक नया जीवन बना रही हैं। अनेक लोग अंतरजातीय विवाह और सरकारी प्रोत्साहनों के माध्यम से लोगों ने नए व्यवसाय और आत्मनिर्भर आजीविका स्थापित की है।
जानकारी का अभाव
दलित संगठनों के नेताओं का कहना है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की महिला किसी अन्य जाति के व्यक्ति से विवाह करने पर दम्पति को 3 लाख रुपए, जबकि उच्च जाति की महिला अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के पुरुष से विवाह करने पर जोड़े को 2.5 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि मिलेगी। आवेदकों को विवाह के एक वर्ष के भीतर पंजीकरण और आवेदन करना होगा। जारी की गई प्रोत्साहन राशि का आधा हिस्सा दम्पति के नाम पर जमा किया जा रहा है, जबकि शेष राशि उनके बैंक खाते में जमा की जा रही है परन्तु ज्यादातर लोग सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं से अनभिज्ञ हैं और जागरूकता की कमी के कारण अंतरजातीय विवाहों की संख्या में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है।
प्रोत्साहन राशि बकाया
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले में 2022 में 16 आवेदन, 2023 में 39 आवेदन और 2024 में अंतरजातीय विवाह कर आवेदन सौंपने वाले 229 लाभार्थियों समेत कुल 285 आवेदनों की अनुमानित 8 करोड़ रुपए से अधिक प्रोत्साहन राशि लंबित है। इसके लिए सरकार को आवेदन पहले ही प्रस्तुत किया जा चुका है। अकेले इस वर्ष ही अधिकांश आवेदन लंबित हैं, तथा अनुदान चरणों में जारी की जा रही है।
जिले में बढ़ रहे अंतरजातीय विवाह
पिछले चार-पांच वर्षों से जिले में अंतरजातीय विवाह बढ़ रहे हैं। लंबित आवेदनों के लाभार्थियों को अनुदान मंजूर होते ही राशि जारी की जाएगी।
-रामनगौड़ा कन्नोल्ली, संयुक्त निदेशक, समाज कल्याण विभाग
किस वर्ष में, कितने विवाह?
वर्ष — विवाह
2021-22 — 448
2022-23 — 268
2023-24 — 362
2024-25 — 497