मंत्री दिनेश गुंडूराव
हुब्बल्ली. स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडूराव ने कहा कि भाजपा आपातकाल की बात करती है परन्तु उन्हें वर्तमान स्थिति पर भी बात करनी चाहिए। मुडा मामले में भाजपा को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। साथ ही उन्हें शर्म आनी चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया है।
शहर में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुंडूराव ने कहा कि मुडा मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दुरुपयोग स्पष्ट है। भाजपा ईडी, आयकर विभाग, सीबीआई जैसी स्वायत्त संस्थाओं को अपनी सहायक संस्था बनाकर उन्हें कमजोर कर रही है। क्या उनमें कोई नैतिकता है?
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि धर्मस्थल में कई शव दफनाए गए हैं। विभिन्न संगठनों ने इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की थी। सरकार ने इस संबंध में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। शव दफनाने का मामला कितना सच है यह पता नहीं चल पाया है। इस मामले में भ्रम की स्थिति थी। लोग दहशत में थे। इसे सुलझाने के लिए एक अच्छे अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। भाजपा का यह बयान कि यह राजनीति से प्रेरित है, निंदनीय है।
गुंडूराव ने कहा कि वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों ने व्यापारियों को कर भुगतान के संबंध में नोटिस जारी किए हैं। इसमें भाजपा की क्या भूमिका है? उन्हें एक एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया है, या भाजपा में समझ की कमी है।
मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के भाजपा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे में प्रधानमंत्री बनने की सभी योग्यताएं हैं।
विधायक अरविंद बेल्लद की ओर से पंचमसाली पीठ के बसवजय मृत्युंजय स्वामी को जहर दिए जाने के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए गुंडूराव ने कहा कि उनके आरोप का आधार क्या है? उन्हें किसने जहर दिया और इसके पीछे कौन है इस बारे में बेल्लद को पुलिस को दस्तावेज उपलब्ध कराना चाहिए। उसके बाद पुलिस उचित कार्रवाई करेगी।