-यत्नाल के नेतृत्व में हुई गुप्त बैठक
-रमेश जारकिहोली, एस.वी. रामचन्द्र, लिंगन्ना रहे अनुपस्थित
दावणगेरे. भाजपा वरिष्ठों की ओर से पार्टी के भीतर की उलझनों के बारे में कोई बैठक नहीं करने, खुला बयान नहीं देने के सख्त निर्देश के चलते रविवार को दावणगेरे में विधायक बसन गौड़ा पाटिल यत्नाल के नेतृत्व में बुलाई गई असंतुष्टों की गुप्त बैठक विफल रही।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र और अपनी की पार्टी के नेताओं के खिलाफ खुलेआम बयानबाजी करते हुए बेलगावी और बेंगलूरु में गुप्त बैठकें करने वाले यत्नाल गुट को दावणगेरे में नेताओं का समर्थन नहीं मिला। इसके चलते यह बैठक स्थानीय तौर पर गणेश जुलूस पर किए गए पथराव की घटना तक ही सीमित रही।
यत्नाल गुट में प्रमुख तौर पर चिन्हित पूर्व मंत्री रमेश जारकिहोली ने भी अपनी निर्धारित दावणगेरे यात्रा को रद्द कर दी।
कहा जा रहा है कि जिले के पूर्व विधायक एस.वी. रामचन्द्र, राजेश, प्रो. लिंगन्ना को भी बैठक में आमंत्रित किया गया था परन्तु इन सभी के बैठक से दूर रहने से मकसद पूरा नहीं हो सका।
उम्मीद के मुताबिक बैठक सफल नहीं होने के बाद भी यत्नाल ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ हमला करना बंद नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा में मतभेद है। पार्टी के असमंजस की जानकारी वरिष्ठों को भी भेज दी गई है और उन्होंने खुले तौर पर बयान न देने की हिदायत दी है। इसलिए पार्टी के मुद्दे पर फिलहाल कोई चर्चा नहीं होगी। इससे पहले कुमार बंगारप्पा के घर में हुई बैठक में ही क्या करना चाहिए इस बारे में तय किया गया है।
बैठक में पूर्व सांसद प्रताप सिम्हा, जी.एम. सिद्धेश्वर, गायत्री सिद्धेश्वर, हरिहर विधायक बी.पी. हरीश और स्थानीय प्रमुखों ने मात्र भाग लिया था। बैठक में कोई आंतरिक चर्चा नहीं हुई।