अधिकारियों ने की महानगर निगम के 300 से अधिक ऑटो डम्पर की स्थिति की जांच
हुब्बल्ली. मामूली मरम्मत को गंभीर समस्या के रूप में दिखाकर सौ से अधिक ऑटो डम्परों को कबाड़ (गुजरी) में भेजने की साजिश चल रहे ऑटो डम्पर चालकों और परिचालकों की योजना को नगर निगम अधिकारियों ने विफल कर दिया है। इससे चालकों की ओर से काम से बचने की कोशिशों पर भी पानी फिर गया है।
चालकों और परिचालकों ने अधिकारियों को सूचना दी थी कि महानगर निगम के पास 300 से अधिक ऑटो डम्पर हैं, जिनमें से 100 से अधिक डम्पर पूरी तरह से खराब हो गए हैं और इन्हें स्क्रैप में डालना चाहिए। इससे घबराए अधिकारियों ने एक साथ इतने वाहन खराब होने पर संदेह जताया था।
चालकों की बात की सच्चाई जानने के लिए हाल ही में नगर निगम अधिकारियों ने खुद शहर के नेहरू मैदान में सभी डम्परों की जांच की। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि सिर्फ कुछ गिने-चुने डम्परों में ही समस्याएं थीं, बाकी सभी केवल मामूली मरम्मत की स्थिति में थे और चालकों ने बहाना बनाया था।
अधिकारियों को चौंकाया!
हुब्बल्ली के नेहरू मैदान में बुधवार को आयोजित जांच में नगर निगम ने सभी 303 ऑटो डम्परों की कार्यक्षमता की जांच की। कुछ वाहनों में मामूली मरम्मत की जरूरत थी, जबकि शेष मजबूत स्थिति में थे। इसके बावजूद चालकों की ओर से उनका उपयोग न करना अधिकारियों को चौंका गया।
अधिकारियों ने नाराजगी जताई
हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के 82 वार्डों में आवश्यकता अनुसार 2-3 की संख्या में कुल 303 ऑटो डम्पर वितरित किए गए हैं। इनमें से 276 से अधिक डम्पर हल्की-फुल्की मरम्मत को छोडक़र अच्छे हाल में थे। केवल 27 डम्पर ऐसे पाए गए जिन्हें इंजन, बॉडीवर्क, ऑयल, टायर आदि में बड़ी मरम्मत की आवश्यकता थी और वे गैरेज में थे। कुछ डम्पर ब्रेक लाइनर, बैटरी, गियर बॉक्स जैसी छोटी वजहों से बेकार खड़े थे। यह देखकर अधिकारियों ने नाराजगी जताई।
चालकों को सख्त निर्देश
ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के मुख्य अभियंता संतोषकुमार यरंगली और अन्य क्षेत्रीय अधिकारियों ने सख्त निर्देश दिया है कि हर क्षेत्रीय कार्यालय के खातों में मामूली मरम्मत के लिए 5 लाख रुपए का अनुदान जमा किया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस राशि का उपयोग कर 2-3 दिनों के भीतर वाहनों की मरम्मत करवा कर सेवा में वापस लाया जाए।
जल्द ही सभी ऑटो डम्पर सेवा में होंगे
महानगर निगम के चालक और कर्मचारी कह रहे थे कि 85 से अधिक डम्पर पूरी तरह खराब हो चुके हैं, परन्तु जब हमने जांच की तो वह जानकारी पूरी तरह झूठी निकली। मरम्मत वाले वाहनों को 2-3 दिन का समय दिया गया है, जल्द ही सभी ऑटो डम्पर सेवा में होंगे।
–संतोषकुमार यरंगली, मुख्य अभियंता, ठोस कचरा प्रबंधन विभाग, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम
