देवरगुड्डा, माइलार मेला पुलिस की लापरवाही, जनप्रतिनिधियों से दबाव
हावेरी. जिले के रानेबेन्नूर तालुक के देवरगुड्डा और विजयनगर जिले के हूविनहडगली तालुक के माइलार मेले के लिए लोग बैलगाडिय़ों के साथ राजमार्गों पर निकल पड़े हैं। वे बैलगाडिय़ों को तेज गति से चलाते हैं, जिससे रास्ते में दुर्घटनाएं हो रही हैं।
बैलगाडिय़ों की संख्या बढ़ी है
हावेरी और आसपास के क्षेत्रों से लोग 9 फरवरी से ही बैलगाडिय़ों और वाहनों पर सवार होकर माइलार मेले के लिए निकल रहे हैं, जो राज्य में अपनी तरह का सबसे बड़ा मेला है। राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों, जिला एवं तालुक सडक़ों पर बैलगाडिय़ों की संख्या बढ़ गई है।
प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से चला रहे हैं
युवा ही बैलगाड़ी की सवारी कर रहे हैं। उन्होंने बैलगाड़ी को अपने पसंदीदा स्वतंत्रता सेनानियों, फिल्म अभिनेताओं और अन्य लोगों के झंडों से सजाया है। इन्हीं बैलगाडिय़ों को सडक़ पर प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से चला रहे हैं। दोनों तरफ और पीछे से लोग बाइकों पर बैलगाडिय़ों का पीछा कर रहे हैं।
बैलगाड़ी से टकराकर दोपहिया वाहन सवार घायल
सडक़ पर गुजरते वाहनों के शोर से बैल डर जाते हैं और बैल गाडिय़ों को इधर-उधर घसीटते रहते हैं। ऐसे मामलों में दुर्घटनाएं हो रही हैं। बैलगाड़ी से टकराकर दोपहिया वाहन सवार घायल हो रहे हैं और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है।
यातायात समस्या उत्पन्न हो रही है
राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैलगाड़ी चलाने पर प्रतिबंध है। बैलगाडिय़ों को सर्विस रोड का उपयोग करने की अनुमति है परन्तु सभी बैलगाडिय़ां राजमार्ग पर चल रहे हैं। इससे राज्य एवं अंतरराज्यीय वाहन यातायात में समस्या उत्पन्न हो रही है।
पुलिस की लापरवाही
मेले में लोगों के बैलगाडिय़ों और वाहनों से जाने की जानकारी के बावजूद पुलिस ने पर्याप्त इंतजाम नहीं किए हैं। सोमवार देर शाम तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैलगाडिय़ों की कतार लगी रही। घटनास्थल पर एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। युवकों ने वाहनों की आवाजाही बाधित कर अपनी बैलगाडिय़ों को भगा कर लेकर गए। यहां तक कि अगर कोई उनसे कुछ पूछता तो उसके साथ मारपीट, झगड़ा करने की घटनाएं भी हुईं।
शिकायत दर्ज नहीं कराई
हावेरी के बाहर हाईवे पर बैलगाड़ी के बगल में बाइक चला रहे दो लोग गिरकर घायल हो गए। उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया, उनकी ही बैलगाड़ी होने से उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराई।
जनप्रतिनिधियों के कॉल
पुलिस ने कुछ बैलगाडिय़ों को रोककर उन्हें जब्त करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस को कॉल करने वाले जनप्रतिनिधियों ने कहा कि वे हमारे मतदाताओं की बैलगाडिय़ां हैं। उन्हें छोडऩे के निर्देश दिए गए। इसके बाद पुलिस ने बैलगाडिय़ों को छोड़ दिया।
पुलिस को होती है जानकारी
हावेरी निवासी राजशेखर बंकापुर का कहना है कि हर साल मेले में बैलगाडिय़ों को लेकर जाने की जानकारी पुलिस को होती है। इसके बावजूद एहतियाती कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
कार्रवाई कर रहे हैं
यह एक खतरनाक कदम है। पुलिस कर्मी बंकापुर टोल गेट से देवरड्डा के पास काकोल तक गश्त कर रहे हैं। वे खतरनाक तरीके से बैलगाडिय़ों को चलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। एक या दो बैलगाडिय़ां हों तो समस्या कम होगी। सैकड़ों बैलगाडिय़ों के जाने से समस्या बढ़ रही है। विशेष रूप बैलगाड़ी को बहुत तेजी से चलाना से खतरनाक है। सडक़ के बीच में बैलगाड़ी रोकेंगे तो इससे अन्य वाहनों की आवाजाही बाधित होगी। इसलिए बैलगाडिय़ों को शीघ्रता से निर्दिष्ट स्थान पर भेजा जा रहा है।
–एलवाई शिरकोल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, हावेरी