हुब्बल्ली के सीबीटी बस स्टैंड पर स्थित भीड़।

हर कहीं पड़े रहते हैं मवेशी, सोए रहते हैं शराबी
हुब्बल्ली. यात्रियों के उपयोग की जाने वाली सीटें शराबियों के लिए आश्रय बन गई हैं। नजर दौड़ाने पर हर कहीं पान सुपारी, गुटखा, पानबीड़ा चबाकर थूके गए निशान, प्लेटफार्म पर नालियां खुली हुई हैं और खतरे को निमंत्रण दे रही हैं।
यह अव्यवस्था हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहर में स्थित शहरी परिवहन (सीबीटी) बस स्टैंड पर नजर आती है।
विजया टॉकीज रोड के करीब धारवाड़ सिटी बस स्टैंड है तो वहीं बंडिवाड बेस के पास स्थिति हुब्बल्ली सीबीटी गंदगी, खराब सडक़ों, प्लेटफार्मों की कमी, सीटों की समस्या, मवेशियों की भरमार आदि समस्याओं से ग्रस्त है।
धारवाड़ बस स्टैंड से शहर के विभिन्न आवासीय इलाकों के लिए प्रतिदिन 80 सिटी ट्रांसपोर्ट बसें (450 यात्राएं) चलती हैं। इन बसों में रोजाना 25 हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। हुब्बल्ली से 120 बसें (900 यात्राएं) चलती हैं, प्रतिदिन 30 हजार से अधिक यात्री शहर के विभिन्न इलाकों के लिए सफर करते हैं।
हुब्बल्ली सिटी ट्रांसपोर्ट बस स्टैंड का नवीनीकरण और उद्घाटन 2019 में किया गया था, 16 करोड़ रुपए की लागत से नया बस स्टैंड बनाया गया था। सफाई मात्र शून्य है। प्लेटफॉर्म में कूड़ादान होने के बावजूद जगह-जगह गिरता कूड़ा-कचरा, चबाकर थूके गए पान के धब्बे, नाली पर ढका गया कवर खुला रहता है और खतरे को आमंत्रित करता है। इसके अलावा वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होने पर भी उपयोग कम होने के कारण निजी दोपहिया वाहनों को बस स्टैंड पर रखी दुकान के पीछे खड़ा किया जा रहा है।

सुरक्षा कर्मियों की कमी
सीबीटी में सुरक्षा कर्मियों की कमी है। कंट्रोलर से कहा गया है कि सीबीटी में स्थित सीटों पर लोगों को न सोने की चेतावनी दें। महिला कर्मचारियों के लिए एक स्तनपान कक्ष है, परन्तु इसका उपयोग मात्र बहुत कम हो रहा है।

ऑटो रिक्शाओं की भरमार
हुब्बल्ली सीबीटी में ऑटो रिक्शाओं की भरमार भी बढ़ गई है। सीबीटी के सामने ग्राहकों को हर कहीं से बुलाने वाले ऑटो रिक्शा चालक न सिर्फ लोगों को परेशान कर रहे हैं बल्कि हर कहीं ऑटो रिक्शा खड़ा कर यातायात की समस्या पैदा कर रहे हैं।

प्रतिबंध बोर्ड तक ही सीमित
धारवाड़ सीबीटी के पास बाज़ार है, जिससे बस स्टैंड क्षेत्र में भीड़ और यातायात अधिक रहती है। बस स्टैंड के आसपास कोई कंपाउंड नहीं है। बस स्टैंड के दोनों ओर (सडक़ के किनारे) निजी पार्किंग प्रतिबंधित होने का बोर्ड लगा है परन्तु यह प्रतिबंध बोर्ड तक ही सीमित है।

खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है
कुछ लोग अपने दोपहिया वाहन प्लेटफार्म के ठीक बगल में पार्क कर देते हैं। प्लेटफार्म में लगे कुछ पाइप टूटे हुए हैं। यात्रियों के बैठने के लिए सीटें कम हैं। कई लोग प्लेटफॉर्म के स्टैप और पाइप पर बैठे रहते हैं। लाजिमी है कि जिन लोगों को सीट, स्टेप पर जगह नहीं मिलती उन्हें खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है।

यात्रियों को हो रही मुश्किल
यात्रियों का कहना है कि बस स्टैंड पर सडक़ का डामर पूरी तरह उखड़ गया है। कंकड़-पत्थर और कीचड़ पर ही चलने की स्थिति होती बनी हुई है। बारिश होने पर बस स्टैंड पानी से भर जाता है और यात्रियों को कीचड़ में चलना मुश्किल हो जाता है।

बस का रूट, शेड्यूल और बोर्ड नहीं
यात्रियों की शिकायत है कि बस स्टैंड पर कूड़ा-कचरा, गुटखा, सिगरेट के खाली पैकेट, प्लास्टिक कवर पड़े रहते हैं। प्लेटफार्म के किनारे जगह-जगह टूटे हुए हैं। इन पर ही में कुत्ते और शराबी सोए रहते हैं। बस स्टैंड पर बसें मनमाने ढंग से रुकती हैं। बस स्टैंड पर बस का रूट, शेड्यूल और बोर्ड नहीं लगा है।

यात्रियों का कहना है
हुब्बल्ली की यात्री जयश्री हिरेमठ ने बताया कि बैठने के लिए सीटें हैं परन्तु इन पर शराबी सोए रहते हैं। इन्हें जागने से डर लगता है। बस आने तक खड़े होकर इंतेजार करना पड़ता है।
गोपनकोप्पा की यात्री सुनीता पाटिल ने बताया कि गोपनकोप्पा जाने वाली बसें प्लेटफार्म पर रुकने से यात्रियों को धूप में खड़े होने से छुटकारा मिलेगा। बस के लिए इंतेजार करके थक जाते हैं।
छात्रा श्वेता एस बेल्लूर ने बताया कि नगर बस स्टैंड पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। स्वच्छता बनाए रखने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।
केलगेरी के सब्जी विक्रेता रवीश ने बताया कि नगर बस स्टैंड पर शौचालय का निर्माण करना चाहिए। शराबियों पर लगाम कसनी चाहिए।

जुर्माना लगाया जा रहा है
हुब्बल्ली-धारवाड़ सिटी ट्रांसपोर्ट डिविजनल कंट्रोलर विवेकानंद विश्वज्ञान ने बताया कि बस स्टैंड पर वाहन खड़ा करने और थूकने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। थूकते पाए जाने पर सजा का प्रावधान है। थूकने वालों पर 100 से 200 रुपए और धूम्रपान करने वालों पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।

जगह की कमी
उन्होंने बताया कि बस स्टैंड में 5 सीसी कैमरा लगाए गए हैं और अन्य गतिविधियां न हो इसके लिए निगरानी रखी जा रही है। यदि ऐसी घटनाएं पाई गईं तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। जगह की कमी के कारण गोपनकोप्पा जाने वाली बसें बीआरटीएस बस स्टैंड के बाहर खड़ी की जाती हैं। इससे यात्रियों को भी फायदा होने की राय व्यक्त हुई है।, इसलिए गोपनकोप्पा जाने वाली बसें बाहर खड़ी की जा रही हैं।

सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी
सीबीटी में स्थित सभी खामियों को दूर करने के कर्मचारियों को निर्देश दिए जाएंगे। लोगों को परेशान किए बिना बस सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
विवेकानन्द विश्वज्ञ, डिविजनल कंट्रोलर, हुब्बल्ली-धारवाड़ सिटी ट्रांसपोर्ट

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