जिले में चल रही चर्चा
हुब्बल्ली. पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता शंकर पाटिल मुनेनकोप्प की ओर से पिछले साल अगस्त में दिया गया बयान ‘मैं जनवरी में अपने फैसले की घोषणा करूंगा अब फिर से जिले की राजनीति में गर्माहट लेकर आया है।’
यह है पूरा मामला
वे पिछली भाजपा सरकार में कपड़ा मंत्री थे और विधानसभा चुनाव में नवलगुंद निर्वाचन क्षेत्र से हार के बाद जिले की राजनीति से लगभग दूरी बना ली थी। उन्होंने पार्टी गतिविधियों से दूरी बनाए रखी थी। उनके राजनीतिक गुरु जगदीश शेट्टर के भाजपा छोडक़र कांग्रेस में शामिल होने के बाद ऐसी अफवाहें थीं कि वे भी उनका अनुसरण कर सकते हैं।
इससे इनकार करते हुए मुनेनकोप्प ने कहा था कि यह सच है कि वे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के व्यवहार से तंग आ चुके हैं। वे अगले फैसले की घोषणा जनवरी में करेंगे।
फिर से होने लगी चर्चा
जनवरी का महीना शुरू हो चुका है और लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसे में राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा शुरू हो गई है कि मुनेनकोप्पा का फैसला क्या होगा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुनेनकोप्पा को पार्टी में शामिल करने की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि उनका इरादा धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में उतारने का है।
जोशी के प्रतिद्वंद्वी?
पंचमसाली लिंगायत समुदाय के शंकर पाटिल मुनेनकोप्प ने नवलगुंद विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार चुनाव लड़ चुके हैं। वे दो बार जीते हैं और दो बार हारे हैं। पिछली भाजपा सरकार में मंत्री के तौर पर काम किया है। दूसरी ओर, कांग्रेस नेताओं ने किसी भी तरह धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र जीतने की ठान ली है। निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री भाजपा के प्रल्हाद जोशी को हराने के लिए कांग्रेस एक उपयुक्त उम्मीदवार की तलाश कर रही है। उनके सामने मुनेनकोप्प को कैसे मैदान में उतारा जाए, इसका समीकरण किया जा रहा है। समुदाय के नेताओं और कुछ मठाधीशों ने मुनेनकोप्प से बात की है। लोकसभा चुनाव लडऩे और कांग्रेस में शामिल होने को लेकर चर्चा की है परन्तु उनका निर्णय रहस्यमय है।
शुभचिंतकों के साथ चर्चा
मैं कुछ महीनों से राजनीतिक गतिविधियों से दूर हूं। कुछ पारिवारिक कारणों से राजनीति में सक्रिय नहीं हूं। इस बीच, मैंने शुभचिंतकों और विभिन्न मठाधीशों से चर्चा की है। मैंने उनसे सलाह ली है। अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। मैं मकर संक्रांति खत्म होने के बाद या 1 फरवरी को अपने फैसले की घोषणा करूंगा।
–शंकर पाटिल मुनेनकोप्प, पूर्व मंत्री