दक्षिण कन्नड़ जिले में शांति भंग करने का सीधा कारण कांग्रेस सरकारदक्षिण कन्नड़ जिला भाजपा अध्यक्ष सतीश कुम्पल।

कुम्पल ने लगाया आरोप

मेंगलूरु. दक्षिण कन्नड़ जिला भाजपा अध्यक्ष सतीश कुम्पल ने आरोप लगाया कि जब भी कांग्रेस की सरकार सत्ता में आती है, दक्षिण कन्नड़ जिले में अशांत माहौल पैदा हो जाता है। तुष्टीकरण की राजनीति, पुलिस विभाग में अत्यधिक हस्तक्षेप और असामाजिक ताकतों को बढ़ावा देने के कारण जिले में शांति और सद्भाव भंग करने का सीधा कारण कांग्रेस सरकार है।

शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुम्पल ने कहा कि सुहास शेट्टी की हत्या के अवसर पर राज्य के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने समुदाय विशेष के नेताओं के साथ बैठक की थी। जिला प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडूराव ने बार-बार सुहास शेट्टी को राउडी शीटर कहा और अल्पसंख्यकों को खुश करने की कोशिश की। सुहास शेट्टी के अंतिम यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए जिले के भाजपा नेता, विधायक और हिंदू संगठन के प्रमुखों ने एहतियात बरती थी। फिर भी हिंदू नेता शरण पंपवेल और बुजंग कुलाल को गिरफ्तार किया गया। सरकार की भेदभाव और तुष्टीकरण की ऐसी दोहरी नीति के कारण जिले के लोग पीडि़त हैं।

उन्होंने कहा कि बेंगलूरु में बैठकर बिना स्पष्ट जानकारी के जिले के मुद्दों पर बात करने के बजाय, जिले के प्रभारी मंत्री को यहां की वास्तविकता को समझना चाहिए और जिम्मेदारी से बात करनी चाहिए। बुधवार को अघोषित बंद कर रास्ते में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ आपने क्या कार्रवाई की है? सोशल मीडिया पर हिंदू नेताओं को खुलेआम धमकी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने के पीछे पुलिस विभाग पर कांग्रेस सरकार का दबाव है।

कुम्पल ने कहा कि कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं का इस्तीफा एक तमाशा है। यह हिंदुओं पर और अधिक अत्याचार करने के लिए सरकार पर डाले जा रहे दबाव का हिस्सा है। कांग्रेस सरकार के सत्ता में रहने के कारण दक्षिण कन्नड़ जिले में विकास की स्थिति दयनीय हो गई है। सामंजस्यपूर्ण जीवन मृगतृष्णा बन गया है। राज्य के गृह मंत्री को कम से कम पुलिस विभाग को निष्पक्ष और दबाव से मुक्त होकर काम करने की छूट दोनी चाहिए।

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