प्रो. राजू आलगूर का भाजपा पर तीखा पलटवार
भाजपा नेताओं को दी चुनौती
साबित करें धर्म तोडऩे का आरोप, कन्हेरी स्वामी के बयान पर जताया गहरा दु:ख
विजयपुर. पूर्व विधायक प्रो. राजू आलगूर ने भाजपा नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पर “हिंदू धर्म को तोडऩे” का आरोप झूठा और निराधार है। उन्होंने चुनौती दी कि यदि भाजपा नेताओं में साहस है, तो वे स्पष्ट रूप से बताएं कि कांग्रेस ने धर्म को कहां और कैसे तोड़ा है।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रो. राजू आलगूर ने कहा कि भाजपा सांसद रमेश जिगजिणगी, पूर्व उपमुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा समेत कई नेता कांग्रेस पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
प्रो. आलगूर ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान और लोकतंत्र में विश्वास रखा है। भाजपा का उद्देश्य मनुवादी शासन स्थापित करना है, जिसे कांग्रेस कभी स्वीकार नहीं करेगी।
एम.बी. पाटील पर लगाए आरोपों को किया खारिज
आलगूर ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री बनने के लिए किसी धर्म को तोडऩे की आवश्यकता नहीं है। क्या यडियूरप्पा, जगदीश शेट्टर, बसवराज बोम्मई और सदानंद गौड़ा धर्म तोडक़र मुख्यमंत्री बने थे?
कन्हेरी स्वामी के बयान पर नाराजगी
प्रो. आलगूर ने कहा कि उन्हें कन्हेरी स्वामी से कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है, लेकिन हाल में स्वामी की ओर से उपयोग किए गए “अशोभनीय शब्द” अत्यंत दुखद हैं। यह सिद्धेश्वर स्वामी की पवित्र भूमि है, यहां ऐसे शब्द उचित नहीं। यदि यही शब्द संघ प्रमुख मोहन भागवत या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बोले जाते, तो क्या भाजपा नेता चुप रहते?
उन्होंने स्पष्ट किया कि कन्हेरी स्वामी के विजयपुर प्रवेश पर प्रतिबंध का निर्णय जिला प्रशासन और उच्च न्यायालय द्वारा लिया गया था, न कि मंत्री एम.बी. पाटील द्वारा।
भाजपा के भ्रष्टाचार पर भी निशाना
भाजपा जिलाध्यक्ष अंगडी के आरोपों को खारिज करते हुए आलगूर ने कहा कि ठेकेदारों को 40 प्रतिशत कमीशन देने वाली भाजपा सरकार के कारण ही वे सडक़ों पर उतरने को मजबूर हुए हैं। बबलेश्वर क्षेत्र में स्कूल, कॉलेज और बागवानी परियोजनाओं के माध्यम से विकास कार्य हुए हैं।
एससी/एसटी निधि के दुरुपयोग के आरोपों पर उन्होंने कहा कि दोनों दलों के शासनकाल की राशि सार्वजनिक रूप से तुलना के लिए लानी चाहिए।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता डॉ. गंगाधर संबण्णी उपस्थित थे।
