आवाजाही के लिए हो रही मुश्किल
हुब्बल्ली. अचानक हो रही बारिश कुछ देर के लिए रुकती है। फिर बिना किसी गरज या बिजली के फिर से शुरू हो रही है। पिछले चार दिनों से इसी प्रकार लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हुआ है।
अब बारिश नहीं होगी इस उम्मीद में घरों से बाहर निकलने वाले लोग भीगते हुए घर लौट रहे हैं।
विभिन्न कार्यों के लिए सरकारी दफ्तरों और से बाजार जाना चाहने वाले बारिश से तंग आ कर घर पर ही रहने को मजबूर हो रहे हैं।
आवाजाही के लिए मुश्किल
स्कूल और कॉलेज के छात्र भी बारिश में भीगने से नहीं बच पा रहे हैं। बारिश थम गई है सोच कर लापरवाही नहीं बरत सकते। लगातार बारिश के कारण हुब्बल्ली शहर की सडक़ें कीचड़ से भर गई हैं। गड्ढों में बारिश का पानी जमा हो गया है, जिससे वाहनों और लोगों को आवाजाही के लिए मुश्किल हो गया है।
यातायात जाम
लगातार हो रही बारिश के कारण शहर की सडक़ों पर वाहन धीमी गति से चल रहे हैं। रानी चन्नम्मा सर्कल, नगर निगम के सामने, देशपांड़े नगर, देसाई क्रॉस, सर्वोदय सर्कल, सीबीटी के आसपास, होसूर क्रॉस, विद्यानगर रोड, इंडी पंप, बन्नीगिडा, रेलवे स्टेशन के सामने सहित कई जगहों पर यातायात जाम की समस्या निर्माण हुई है।
बारिश की परवाह किए बिना लोगों को छाते, जैकेट और रेनकोट पहनकर घूमते देखना आम बात है। ग्रामीण इलाकों से विभिन्न कामों से आने वाले लोग बारिश में चलते देखे जा रहे हैं। हर तरफ बारिश का पानी ही पानी दिखाई दे रहा है।
व्यापार को झटका
श्रावण के पहले शुक्रवार को घरों में लक्ष्मी पूजा होती है। इसके लिए हर साल बाजार में फूल, फल और मेवों की बिक्री जोरों पर होती थी। बारिश के कारण बाजार में पूजा सामग्री के ज्यादा विक्रेता नहीं दिखे।
इस बार बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों से पूजा सामग्री खरीदने आने वाले लोगों में खासी दिक्कत आई। जनता मार्केट और कई अन्य इलाकों में इक्का-दुक्का व्यापारी ही छाते के नीचे फूल और फल बेचते नजर आए।
कृषि कार्य बाधित
धारवाड़ कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी रवि पाटिल ने कहा कि मूसलाधार बारिश के कारण किसान खेती-बाड़ी का काम नहीं कर पा रहे हैं। बादल छाए रहने, मूसलाधार बारिश और धूप न निकलने से सोयाबीन और कपास की फसलों में कीटों के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। मक्का, गन्ना और अन्य फसलों पर बारिश का कोई असर नहीं होगा।