राज्य कानून विश्वविद्यालय
हुब्बल्ली. राज्य कानून विश्वविद्यालय (कर्नाटक स्टेट लॉ यूनिवर्सिटी) के शैक्षणिक मंडल (एकेडमिक काउंसिल) के गठन में देरी के कारण दो साल से विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह नहीं हो पाया है।
विश्वविद्यालय के अंतर्गत राज्य के 108 लॉ कॉलेज हैं। वर्ष 2021-22 और 2022-23 का दीक्षांत समारोह अब तक नहीं हुआ है। लॉ डिग्री और मास्टर डिग्री के चार हजार से ज्यादा छात्र सर्टिफिकेट का इंतजार कर रहे हैं।
नहीं हुए मंडल का गठन
एक साल से अधिक समय से विश्वविद्यालय में शैक्षणिक मंडल का गठन नहीं हुआ है। मंडल का गठन कर उसकी मंजूरी मिलने के बाद ही दीक्षांत समारोह आयोजित किया जा सकता है। इसके चलते विश्वविद्यालय की गवर्निंग बॉडी ने राज्यपाल से शीघ्र बोर्ड का गठन करने का कई बार अनुरोध किया है।
स्पष्टीकरण मांगा
अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड में कुल 25 सदस्य होते हैं। इसमें राज्य सरकार पांच सदस्यों को नियुक्त करती है। सरकार ने पिछले साल ही सदस्यों की सूची भेजी थी। राज्यपाल के कार्यालय ने सरकार और विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर इन सदस्यों के बारे में और स्पष्टीकरण मांगा था। इसके चलते अभी तक बोर्ड का गठन नहीं हुआ है।
जल्द ही होगा बोर्ड का गठन
विश्वविद्यालय के पुराने एकेडमिक बोर्ड का कार्यकाल डेढ़ साल पहले खत्म हो चुका है और नए बोर्ड का गठन होना है। पिछले साल विधानसभा चुनाव व अन्य कारणों से इसके गठन में देरी हुई थी। राज्यपाल कार्यालय ने कुछ स्पष्टीकरण मांगे थे। उन्हें भेज दिया गया है। जल्द ही बोर्ड का गठन हो सकता है। इसके तुरंत बाद, हम दीक्षांत समारोह की तारीख तय करेंगे।
-प्रो. सी. बसवराजु, कुलपति, कर्नाटक राज्य कानून विश्वविद्यालय