बल्लारी. सडक़ों में गड्ढे, खुले भूमिगत सीवरेज चैंबर, जगह-जगह घूमते आवारा मवेशी, आवारा श्वानों का बढ़ता आतंक, प्रदूषित जलापूर्ति जैसी कई बुनियादी समस्याओं के कारण शहर की बिगड़ती हालत को ठीक करने की मांग को लेकर सोमवार को बेल्लारी नागरिक संघर्ष समिति के नेतृत्व में लोगों ने नगर निगम के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि शहर के कई हिस्सों में चल रहे कार्य धीमी गति से चल रहे हैं तथा इनके लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है। किए गए कार्यों का कोई रखरखाव नहीं किया गया है। इन पर खर्च किए गए करोड़ों रुपए बर्बाद हो रहे हैं। दुर्घटनाओं का कारण बन रहे आवारा श्वानों और आवारा पशुओं को नियंत्रित करना चाहिए तथा रिंग रोड का निर्माण तत्काल पूरा करना चाहिए। जब बारिश होती है तो जल निकासी व्यवस्था बदहाल हो जाती है। इसके अलावा, पीने के पानी में अशुद्ध पानी मिलाकर आपूर्ति की जा रही है। सडक़ों पर खुले मेनहोल को बंद ही नहीं कर रहे हैं। 40 लाख रुपए की लागत से इन्हें बंद करने की योजना बनाने के बावजूद इसे लागू नहीं किया गया है। शहर में पीने के पानी के साथ सीवेज का पानी नहीं मिलाना चाहिए। बाहरी नालियों में जमा गाद को हटाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शहर में अनावश्यक, बेकार और फजुल खर्च कर अवैज्ञानिक सर्किलों का निर्माण नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, लोगों की मांग के अनुसार आवश्यक कार्य, जैसे मोती पुल का चौड़ीकरण, जीर्ण-शीर्ण आंतरिक सडक़ों का निर्माण, तथा वर्षा जल के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए सडक़ों के किनारे बाह्य नालियों का निर्माण, प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए।
पूरे शहर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए धूल की मात्रा को नियंत्रित करना चाहिए। कार्य के बारे में सभी विवरण देने वाले संकेत, पहले से शुरू किए गए कार्य स्थल पर, जनता को आसानी से दिखाई देने वाले स्थानों पर प्रदर्शित करने चाहिए। निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन में आर. सोमशेखर गौड़ा. शांत, गोविंद, विद्या, सुरेश आदि समेत कई उपस्थित थे।