चिक्कमगलूरु. दूरसंचार विभाग मलेनाडु क्षेत्र में नेटवर्क समस्या के समाधान के लिए सैटेलाइट लिंक आधारित टावर बनाने और नेटवर्क स्थापित करने की योजना बना रहा है। यह प्रयोग पहली बार मूडिगेरे तालुक के आलेकॉन होरट्टी में किया जा रहा है।
मलेनाडु के छोटे-छोटे गांवों में नेटवर्क की समस्या अधिक है। चिक्कमगलूरु, कलस, मूडिगेरे, कोप्पा और नरसिंहराजपुर तालुकों के कई गांवों में कंपनी नेटवर्क तक नहीं है। इसलिए कई वर्षों से विभिन्न स्थानों पर बीएसएनएल टावर लगाने की मांग की जा रही है। इसने आंदोलन का रूप भी ले लिया है।
उपग्रह लिंक आधारित टावर का निर्माण
सांसद कोटा श्रीनिवास पुजारी ने केंद्र सरकार से विचार-विमर्श कर नेटवर्क समस्या के समाधान के लिए प्रयास किया है। परिणामस्वरूप, दूरसंचार विभाग ने अब एक व्यावहारिक कदम उठाया है। मूडिगेरे तालुक में कोटिगेहार के निकट आलेकॉन होराट्टी में एक उपग्रह लिंक आधारित टावर का निर्माण किया गया है। उत्तर कन्नड़ और रामनगर जिलों में ये प्रयास किए गए और सफल रहे। यह सुविधा जिले में पहली बार आलेकॉन होरट्टी में उपलब्ध कराई जा रही है।
यह कनेक्शन सिर्फ एक किलोमीटर के दायरे में ही होगा
अधिकारियों का कहना है कि पहले से स्थापित मोबाइल टावर से एक उपकरण जुड़ा होता है। यह उपकरण सीधे उपग्रह से जुड़ जाएगा। इसके चलते नेटवर्क की कोई समस्या नहीं होगी। हाई-स्पीड इंटरनेट की उपलब्धता से वीडियो और वॉयस कॉल करना आसान हो जाएगा परन्तु यह कनेक्शन सिर्फ एक किलोमीटर के दायरे में ही होगा।
समीक्षा करनी चाहिए
अधिकारियों का कहना है कि चाहे कितनी भी बारिश हो या हवा चले, नेटवर्क की कोई समस्या नहीं होगी परन्तु कॉल कनेक्ट होने में 12 सेकंड का समय लगेगा। व्यावहारिक जांच की जा रही है और कॉल करने में कोई समस्या नहीं है। सार्वजनिक उपयोग में आने के बाद क्या चुनौतियां आएंगी इस बारे में समीक्षा करनी चाहिए।
प्राथमिकता पर लें
सांसद कोटा श्रीनिवास पुजारी ने मांग की है कि वर्तमान में सैटेलाइट लिंक आधारित सुविधाएं उन गांवों में क्रियान्वित की जा रही हैं जहां नेटवर्क की समस्या है। इसके अतिरिक्त, दूरसंचार विभाग ऐसे सैटेलाइट फोन भी लाने का प्रयास कर रहा है जो टावर की आवश्यकता के बिना सीधे उपग्रहों से जुड़ सकें। यदि यह परियोजना क्रियान्वित की जाती है तो चिक्कमगलूरु जिले को उसके पहाड़ी इलाके और नक्सली गतिविधि के कारण प्राथमिकता पर लेना चाहिए।