फसल, घर, सडक़, पुल क्षति का किया निरीक्षण
हुब्बल्ली. जिले में अक्टूबर की शुरुआत से लगातार हो रही बारिश से काफी नुकसान हुआ है। जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर निरीक्षण किया।
दौरे के दौरान उन्होंने विभिन्न गांवों के किसानों, जन प्रतिनिधियों और आम जनता से मुलाकात कर उनका फीडबैक लिया। ज्ञापन स्वीकार किया।
जिलाधिकारी दिव्या प्रभु ने दौरे के दौरान ग्रामीणों से कहा कि अधिकारियों को फसल क्षति का तत्काल संयुक्त सर्वेक्षण करने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका है। ग्राम पंचायत एवं तहसीलदार को मकानों के क्षतिग्रस्त होने एवं मकानों में पानी घुसने के संबंध में रिपोर्ट सौंपकर उपचारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
तुप्परिहल्ला पुल
जिलाधिकारी ने तुप्परिहल्ला में आयट्टी और शिरूर के बीच निर्मित पुल का दौरा कर शिरूर और आयट्टी के ग्रामीणों से ज्ञापन स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि पुल की ऊंचाई बढ़ाने की कार्रवाई की जाएगी। हारोबेलवडी आयट्टी रोड के विकास की समीक्षा करेंगी। बाद में उन्होंने आयट्टी गांव के फकीरप्पा जोगन्नवर के बगीचे में नहर की बाढ़ और भारी बारिश के कारण खराब हुई कपास की फसल और चने की फसल का निरीक्षण किया।
शिरूर के ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि तुप्परिहल्ला नहर के बाढ़ से शिरूर गांव के स्कूल परिसर और 100 से अधिक घरों तक पानी पहुंच गया है। इसे हटाकर साफ करना चाहिए। क्षतिग्रस्त सडक़ की मरम्मत करनी चाहिए। अतिरिक्त मूंग दाल खरीदनी चाहिए और फसल क्षति का मुआवजा देना चाहिए।
जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि स्कूल परिसर और घरों में पानी घुसने के बारे में तालुक पंचायत कार्यकारी अधिकारी और बीईओ को पहले ही सूचित किया गया है। फसल क्षति पर संयुक्त सर्वेक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट ग्राम पंचायत, तहसीलदार कार्यालय, किसान संपर्क केंद्र, जिलाधिकारी कार्यालय की वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। यदि नाम छूट गया है तो किसानों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। कृषकों को जांच करानी चाहिए तथा यदि उनका नाम, भूमि का फसल क्षति विवरण प्रकाशित नहीं हुआ है तो आपत्ति ज्ञापन सौंपना चाहिए। दोबारा सर्वे कर पात्र होने पर उन्हें सूची में शामिल किया जाएगा।
अम्मिनभावी-शिरूर सडक़ निर्माण के संबंध में यदि कोई शिकायत है तो लिखित रूप में सौंपने पर सत्यापित कर, दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने का जिलाधिकारी ने वादा किया। शिरूर ग्राम पंचायत के उपाध्यक्ष संगनगौड़ा तोटद, सदस्य ईरन्ना कडेमनी, किसान नेता मल्लनगौड़ा और अन्य उपस्थित थे।
तिर्लापुर-मोरब सडक़ क्षतिग्रस्त
जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई तिर्लापुर-मोरब संपर्क सडक़ का निरीक्षण कर लोक निर्माण विभाग के अनुभाग अधिकारी कलमेशा को मरम्मत के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। विभाग के अनुदान का उपयोग कर लोगों का आवागमन बाधित न हो इस प्रकार मरम्मत करनी चाहिए।
कपास की फसल का अवलोकन
जिलाधिकारी ने कहा कि लगभग 8 एकड़ कपास उगाने वाले मोरब गांव के किसान महादेवप्पा गोडिकट्टी की कपास की फसल बारिश के पानी के कारण खराब हो गई है। ऐसी सभी फसलों का उचित सर्वेक्षण कर दर्ज करना चाहिए। किसानों के साथ अन्याय न हो इस बारे में अधिकारियों को एहतियात बरतनी चाहिए।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गोपाल बैकोड, उपविभागीय अधिकारी शालम हुसैन, तहसीलदार सुधीर साहूकार, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक मंजुनाथ अंतरवल्ली, प्रकाश नाशी, राजु मावरकर, बागवानी विभाग के वरिष्ठ सहायक निदेशक अजित कुमार मशाल्दी, तालुक पंचायत के कार्यकारी अधिकारी सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों के सदस्य, कृषि, बागवानी, लोक निर्माण, पंचायत राज, अग्निशमन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे और नुकसान की रिपोर्ट दी।