मंत्री संतोष लॉड ने की अपील
हुब्बल्ली. श्रम एवं जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड ने कहा कि पिछले एक महीने से जिले भर में संविधान जागरूकता रैली का सफलतापूर्वक संचालन किया गया है। संविधान की रक्षा के लिए सभी को आगे आना चाहिए।
वे जिला प्रशासन, जिला पंचायत, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, कर्नाटक आवासीय शैक्षणिक संस्थान संघ, हुब्बल्ली धारवाड़ महानगर निगम, कन्नड़ और संस्कृति विभाग, युवा सशक्तीकरण एवं खेल विभाग समेत विभिन्न विभाग की ओर से संविधान जागरूकता रैली के उपलक्ष्य में शनिवार को नगर निगम परिसर में पारंपरिक पदयात्रा और मशाल जुलूस नामक दो विशेष कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड” प्रमाण पत्र वितरण समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर और सांस्कृतिक नेता बसवन्ना के विचारों को लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से रैली कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यह सरकार का नाम रोशन करने वाला कार्यक्रम है। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दो रिकॉर्ड शामिल किए गए हैं।
लाड ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी विधायकों ने पार्टी से ऊपर उठकर सहयोग किया है। वे रैली में भाग लेने वाले विभागों के अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं। गारंटी योजनाओं के माध्यम से 58 हजार करोड़ रुपए गरीबों के घर तक पहुंचाने का प्रावधान किया गया है। गारंटी योजनाओं से जनता का कल्याण किया जा रहा है। सरकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने में अधिकारियों को सक्रिय रहना चाहिए।
कर्नाटक स्लम विकास बोर्ड के अध्यक्ष प्रसाद अब्बय्या ने कहा कि संविधान जागरूकता रैली पूरे जिले में सफल रही है। हुब्बल्ली धारवाड़ देश में चमक रहा है। जिले में कई रिकार्ड दर्ज हो रहे हैं। गारंटी योजनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं। यह खुशी की बात है कि समाज कल्याण विभाग के मंत्री एचसी महादेवप्पा ने अन्य जिलों के अधिकारियों को धारवाड़ जिले की तरह ही कार्यकरमों की योजना बनाने के लिए कहा है। पारंपरिक पदयात्रा में 10,000 लोगों ने भाग लिया और मशाल जुलूस में 15,000 लोगों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया।
उन्होंने कहा कि संविधान की ओर से हमारी रक्षा हो रही है। संविधान की प्रस्तावना पढक़र लोगों में जागरूकता पैदा की जा रही है। सभी को सामाजिक न्याय, राजनीतिक न्याय, समानता, शिक्षा, धन का उपभोग करने का अधिकार मिल रहा है। डॉ. बीआर अंबेडकर के जन्मदिन को पूरी दुनिया में विश्व ज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। अम्बेडकर को किसी एक समुदाय तक सीमित नहीं रखना चाहिए। संविधान की ओर से हमें दिए गए अधिकारों और शक्तियों को बताने के लिए रैली कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सभी को डॉ. बीआर अंबेडकर के कार्यों को याद रखना चाहिए। देश के सभी वर्गों के लिए आरक्षण प्रदान किया गया है। संविधान की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है।
जिलाधिकारी दिव्य प्रभु जीआरजे ने कहा कि जिले में संविधान जागरूकता रैली कार्यक्रम 26 जनवरी से प्रारंभ हुआ। संविधान जागरूकता रैली को 146 गांवों और सभी वार्डों में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है। मंत्री ने निर्देश दिया था कि यह एक सार्थक कार्यक्रम होना चाहिए। तदनुसार, कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है। संविधान जागरूकता रैली प्रतियोगिता के पहले 10 दिनों में जिला प्रथम स्थान पर रहा। फिर वह तीसरे स्थान पर खिसक गया। कई विशेष कार्यक्रम आयोजित कर एक बार फिर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों, संघ-संस्थाओं और जनता ने उत्साहपूर्वक रैली कार्यक्रम का आयोजन किया और पारंपरिक पदयात्रा और मशाल जुलूस को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रैली कार्यक्रम पूरे राज्य में जाना जाता है।
दिल्ली के इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के जज नरविजय ने कहा कि पारंपरिक पैदल यात्रा और मशाल जुलूस में सबसे बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेने के कारण इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि देश में कोई विशेष उपलब्धि या रिकॉर्ड नहीं है, विशेष रिकॉर्ड बनाने वालों को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड पुरस्कार प्रमाण पत्र दिया जाता है। उन्होंने कामना की कि धारवाड़ जिला निकट भविष्य में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम रोशन करे।
हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम के आयुक्त डॉ. ईश्वर उल्लागड्डी ने प्रास्ताविक भाषण दिया। नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी एस.सी. बेवूर ने संविधान की शपथ दिलाई।
इस मौके पर नगर निगम सफाई कर्मियों व समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्वरूप टी.के., निगम के विपक्षी दल की नेता सुवर्णा कल्लकुंटला, समाज कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक अल्लाहबक्श, हुब्बल्ली शहर के तहसीलदार कलगौड़ा पाटिल, नगर निगम के पार्षद, अधिकारी, कर्मचारी, सफाई कर्मी, छात्र और जनता ने भाग लिया था।
