सुबह कोहरा, दोपहर तेज धूप
मुंडगोड (कारवार). सुबह का दृश्य ऐसा लगता है जैसे पृथ्वी कोहरे में लिपटी हुई है, दोपहर तक छाया ढूंढकर आराम करना चाहे इस हद तक मौसम उज्ज्वल और तेज धूप वाला हो जाता है। पिछले कुछ दिनों से सुबह की ओस और दोपहर की तपती गर्मी ने मुंडगोड तालुक के लोगों के जीवन का अभिन्न अंग बन गई है।
तालुक के सैकड़ों आम उत्पादक अत्यधिक ओस के कारण चिंतित हैं। इस बार आम के पेड़ों पर बौर आने की संख्या बढ़ी है और किसान अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे हैं परन्तु किसानों को चिंता है कि अत्यधिक ओस के कारण फूल झड़ सकते हैं और फलों की वृद्धि रुक सकती है।
प्रगतिशील किसान शिवकुमार पाटिल कहते हैं कि अत्यधिक ओस से आम के पेड़ों पर प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की संभावना है। इस वर्ष बेहतर फूल और अधिक उपज की उम्मीद कर रहे कृषक समुदाय ओस से भयभीत हैं। यदि ओस सुखद हो तो उसे महसूस कर सकते हैं परन्तु अगर यह अधिक हो जाए तो यह आम के लिए हानिकारक हो सकता है।
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ-साथ आम लोग भी जलवायु परिवर्तन के कारण परेशान हैं। ओस गिरने के बाद चिलचिलाती धूप लोगों को थकावट का एहसास करा रही है। मुझे ऐसा लगता है कि मुझे खाने की भी जरूरत नहीं है इतना पानी पीना चाहए। सूरज की गर्मी के कारण लोग दोपहर में कम घूमते हैं।
वरिष्ठ नागरिक टी.एच. बसप्पा ने कहा कि सुबह के समय क्षेत्र में घना कोहरा छाया रहता है। स्ट्रीट लाइटें ठीक से दिखाई नहीं देतीं। सुबह के समय स्थिति ऐसी है, तो दोपहर में सूर्य की तीव्रता बढ़ जाती है। फरवरी के अंतिम सप्ताह से ही शुरू होने वाली भीषण गर्मी को देखते हुए मुझे चिंता हो रही है कि अगले तीन महीने तक इस गर्मी से कैसे बचेंगे।
घोल का छिडक़ाव करने की सलाह दी है
अभी तक ओस का आम की फसल पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ा है परन्तु अगर यही स्थिति जारी रही तो परेशानी हो सकती है। किसानों को आम के फूलों को गिरने से रोकने के लिए घोल का छिडक़ाव करने की सलाह दी गई है।
–कृष्ण कुल्लुर, वरिष्ठ सहायक निदेशक, बागवानी विभाग