पर्याप्त यूरिया खाद न मिलने से किसान परेशान
हुब्बल्ली. किसानों ने नाराजगी जताई कि कलघटगी तालुक में विभिन्न फसलों के लिए पर्याप्त यूरिया खाद न मिलने से किसानों को हर साल परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिकारी और जनप्रतिनिधि एहतियाती उपाय नहीं कर रहे हैं।
कृषि विभाग ने बताया है कि तालुक में चालू मानसून सीजन में 2081 हेक्टेयर धान, 18,034 हेक्टेयर मक्का, 9,607 हेक्टेयर सोयाबीन, 4,696 हेक्टेयर गन्ना और 35,141 हेक्टेयर विभिन्न दलहन की फसल बोई गई है।
बोए गए मक्का, गन्ना और धान की फसलों के लिए यूरिया खाद लेने के लिए किसानों को हर दिन खाद की दुकानों, स्टोर और सोसायटियों के सामने लाइन में खड़ा होने की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
तालुक में गन्ना और मक्का की फसल अधिक होने के कारण किसानों को यूरिया की कमी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की मांग है कि अधिकारी किसानों की मांग के अनुसार समितियों को उर्वरक उपलब्ध कराना चाहिए।
यूरिया उर्वरक की जानकारी
कृषि विभाग के अनुसार तबकदहोन्नली- 10.35, देवीकोप्पा- 10.35, संगमेश्वर 15.30 टन, संगमेश्वर सोसायटी 30.60 टन, कलघटगी तालुक कृषि उपज बिक्री सोसायटी 15.30 टन, हुलकोप्पा सोसायटी 17.10 टन और अन्य निजी दुकानों ने 24 टन उर्वरक की आपूर्ति की है।
जांच कर कार्रवाई करे अधिकारी
निजी खाद दुकानों में कुछ जगहों पर खाद होने पर भी वे उच्च कीमत वाले लिंक खाद को उच्च कीमत पर बेच रहे हैं, जिससे कमी पैदा हो रही है और इसे उच्च कीमत पर बेचा जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि खाद की कोई कमी नहीं है। संबंधित अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए।
–चंद्रगौड़ा पाटिल, उपाध्यक्ष, तालुक पंचायत, कलघटगी
उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाया गया है
कृषि विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, यूरिया के साथ पोषक तत्वों से भरपूर पोटाश-वर्णक मिश्रित खाद का उपयोग करने से उपज में वृद्धि होती है। लिंक खाद खरीदने का कोई दबाव नहीं है। किसानों को भ्रमित नहीं होना चाहिए। उर्वरक की बढ़ती मांग को उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाया गया है।
–चन्नप्पा अंगड़ी, सहायक निदेशक, कृषि विभाग