शहर में चल रहे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वीकृत आवासीय विद्यालय
हुब्बल्ली. लगभग 200 से 250 छात्र, जिन्हें एक विशाल स्थान में आवास के साथ स्वतंत्र रूप से अध्ययन करना चाहिए था, उन्हें एक तंग बहुमंजिला इमारत में अपना भविष्य बनाना पड़ रहा है। खेल का मैदान नहीं, लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब एक कमरे में है, भोजनशाला के लिए जगह जुटाने पर पढ़ाने के लिए जगह पर्याप्त नहीं होगी। यह स्थिति हुब्बल्ली में निजी स्वामित्व वाली किराए की इमारतों में समाज कल्याण विभाग के कर्नाटक आवासीय शैक्षिक संस्थान संघ के तहत संचालित आवासीय विद्यालयों की है। यह विडम्बना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वीकृत आवासीय विद्यालय शहरों में स्थित हैं। न केवल हुब्बल्ली, बल्कि कुंदगोल और नवलगुंद तालुकों के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वीकृत आवासीय विद्यालयों के लिए हुब्बल्ली शहर ही ठिकाना है।
प्रतिनिधियों को इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए
अधिकारियों का जवाब है कि स्थानीय स्तर पर जगह की कमी के कारण किराए के भवनों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में ही आवासीय विद्यालयों के लिए स्थान आवंटित करना संभव नहीं हुआ है। इस संबंध में सरकार के स्तर पर फाइलें चक्कर लगा रही हैं। आवासीय विद्यालयों के लिए भूमि आवंटन में जन प्रतिनिधियों को इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए।
सरकार को सौंपा प्रस्ताव
हुब्बल्ली तालुक के शिरागुप्पी के लिए मंजूर हुई डॉ. अम्बेडकर आवासीय विद्यालय पिछले दो वर्षों से हुब्बल्ली के विजयनगर मिस्किन स्टॉप के पास दो मंजिला निजी इमारत में चल रहा है। यह लड़कियों का आवासीय विद्यालय है। यहां 230 छात्राएं पढ़ रही हैं। शिरगुप्पी गांव में आवासीय विद्यालय के निर्माण के लिए 7.20 एकड़ निजी भूमि खरीदने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा गया है।
उणकल क्रॉस के पास निजी भवन में चल रहा
नवलगुंद तालुक के मोरब गांव के लिए मंजूर डॉ. अम्बेडकर आवासीय विद्यालय पिछले 4 वर्षों से उणकल क्रॉस के पास एक निजी भवन में चल रहा है। यहां 95 लड़कियां और 146 लडक़े शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। 2018 में यह मोरब के मुरारजी आवासीय विद्यालय में था।
आवासीय विद्यालयों की जानकारी
1- डॉ. अम्बेडकर आवासीय विद्यालय, शिरागुप्पी, मासिक किराया 1.43 लाख रुपए, 2. डॉ. अम्बेडकर आवासीय विद्यालय, छब्बी, मासिक किराया अनिर्णीत 3. इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय (अजा), मासिक किराया 1.70 लाख रुपए 4. डॉ. अम्बेडकर आवासीय विद्यालय, मोरब, मासिक किराया 1.49 लाख रुपए हैं।
8 एकड़ सरकारी जमीन चिन्हित
हुब्बल्ली तालुक के छब्बी गांव के लिए मंजूर डॉ. अंबेडकर आवासीय विद्यालय पिछले चार वर्षों से नवनगर में मैत्रिय स्कूल के पास एक निजी भवन में स्थित है। यहां 80 लड़कियां और 135 लडक़े पढ़ रहे हैं। नवनगर में स्थानांतरित होने से पहले यह तारिहाल में था। छब्बी गांव में स्वयं के भवन निर्माण के लिए 8 एकड़ सरकारी जमीन चिन्हित कर राज्य सरकार को प्रस्ताव सौंपे हुए 2 साल हो गए हैं।
220 विद्यार्थी अध्ययनरत
कुंदगोल तालुक के समशी गांव के लिए स्वीकृत इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय (अनुसूचित जाति) जून 2022 से हुब्बल्ली के गणेशपेट स्थित निजी भवन कोरवी प्लाजा की 1 प्लस 3 मंजिला इमारत में स्थित है। यहां 220 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। आवासीय विद्यालय के अपने भवन निर्माण के लिए गरग गांव में 12 एकड़ भूमि चिन्हित कर ली गई है।
उपलब्ध हैं सभी सुविधाएं
ऐसा कोई नियम नहीं है कि आवासीय विद्यालयों के पास अपना भवन बनाने के लिए इतनी जगह होनी चाहिए परन्तु कुछ आवासीय विद्यालय निजी भवनों में हैं, फिर भी छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध की गई हैं। स्वयं के भवन के निर्माण के लिए स्थानीय भूमि खोज कर सरकार को प्रस्ताव सौंपा गया है।
–अल्लाहबक्श एम.एस., अतिरिक्त निदेशक, समाज कल्याण विभाग।