दामाद के घर से युवती को बोरे में भरकर उठा लाए अभिभावकदामाद के घर से युवती को बोरे में भरकर उठा लाए अभिभावक

बेटी ने किया प्रेम विवाह

हुब्बल्ली. युवती का इरादा उस व्यक्ति से विवाह करने का था, जिससे वह आठ साल से प्रेम करती थी, परन्तु उसके माता-पिता ने यह कहते हुए इसका विरोध किया कि लडक़ा दूसरी जाति का है। इसी बीच विवाह कर जीवन गुजार रही युवती को बोरे में भरकर उठा ले जाने की घटना भैरिदेवरकोप्पा गांव में घटी है। फिलहाल नवानगर थाना पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया है।

सुषमा और निरंजन आठ साल से एक-दूसरे से प्यार करते थे। शादी के बाद उनके माता-पिता का विरोध बढ़ गया। दोनों इस बात से तंग आकर अलग रहने लगे थे परन्तु अपने प्रेमी को छोड़ कर रह पाने में असमर्थ सुषमा वापस निरंजन के घर आ गई थी।

8 साल पुराना प्यार.. 2 साल पहले गदग में रजिस्टर्ड विवाह प्रेम विवाह करने वाली युवती को उसके माता-पिता जबरन उठा ले गए।
युवती सुषमा और युवक निरंजन एक-दूसरे से प्यार करते थे परन्तु उनके परिवारों को उनका प्यार मंजूर नहीं था। दो साल पहले उन्होंने गदग में रजिस्टर्ड विवाह कर लिया, परंपरा के अनुसार मंदिर में शादी कर ली और खुशहाल जीवन जी रहे थे।

इसके बाद सुषमा के परिवार ने हुब्बल्ली के नवनगर पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। डेढ़ महीने से दूर रहने वाला यह जोड़ा बाद में नवनगर पुलिस थाना आया। उस समय सुषमा के अभिभावक और उसकी मां की तबीयत ठीक नहीं थी। उन्होंने हम उसे कुछ दिन रखेंगे और फिर भेज देंगे कहकर उसे ले गए थे।

बोरे में भरकर ले गएस अभिभावक

सुषमा के पिता परशुराम और उसके चाचा महांतेश और मंजू ने सुषमा को धमकाया। उन्होंने अपने पति के घर पर बैठी सुषमा को उठा ले गए। जब निरंजन इसे रोकने गया तो सुषमा के अभिभावकों ने उसे धमकाया कि अगर वह उसके करीब आया तो वे उसे नहीं छोड़ेंगे।

अपने पति के घर पर बैठी सुषमा को उसके परिजनों ने बोरे में भरकर ले गए। निरंजन ने अब सुरक्षा के लिए हुब्बल्ली पुलिस से मदद मांगी है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुखद अंत पर पहुंचा

सुषमा के पति निरंजन ने सुरक्षा के लिए नवनगर थाने का दरवाजा खटखटाया। सुषमा को उठाए जाने का वीडियो हर जगह वायरल होने पर नवनगर पुलिस ने सुषमा के अभिभावक और निरंजन को थाने बुलाकर दोनों से पूछताछ की। पुलिस ने दोनों के अभिभावकों से बात की। इस दौरान सुषमा के अभिभावक उसे उसके दामाद निरंजन के घर भेजने को राजी हुए। इसलिए कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। निरंजन अपनी पत्नी सुष्मिता को अपने साथ ले गया।

नवनगर थाने में अब मामले का सुखद अंत हो गया है। अभिभावकों ने पुलिस से कहा है कि हम सुषमा और निरंजन के मामले में नहीं पड़ेंगे। इस तरह, अभिभावकों के विरोध के कारण प्यार कर अलग हुआ यह जोड़ा अब फिर से साथ है।

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