बीमारियों का प्रकोप, किसान परेशान
गदग. पिछले एक सप्ताह से जारी बारिश ने लक्ष्मेश्वर तालुक में किसानों और आम लोगों के लिए गंभीर चिंता खड़ी कर दी है। प्याज, मूंग, मूंगफली और कपास जैसी खरीफ फसलें जलमग्न होकर सडऩे की कगार पर पहुंच गई हैं।
किसानों का कहना है कि मूंग की कटाई बारिश से बाधित हो रही है। यदि इसी तरह एक सप्ताह और बारिश जारी रही तो खेतों में खड़ी फसलें वहीं अंकुरित हो जाएंगी। वहीं, पानी में डूबी मूंगफली की फसल में जड़ों के सडऩे की बीमारी फैल रही है।
लगातार बारिश नहीं थमी तो किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। प्याज की लगभग 60 फीसदी फसल खराब हो चुकी है। नमी बढऩे से अन्य फसलों में भी बीमारियां फैलने लगी हैं।
बारिश और ठंडे मौसम ने लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डाला है। लक्ष्मेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरीजों से खचाखच भरा हुआ है।
बुखार, खांसी, सर्दी-जुकाम और दर्द से पीडि़त मरीजों की संख्या सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी बढ़ी है।
लक्ष्मेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत काटेवाल ने बताया कि ठंडे वातावरण की वजह से बीमारियां बढ़ रही हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि उबला हुआ पानी पिएं और ठंड से बचाव के लिए उचित प्रबंध करें।
