‘गृह स्वास्थ्य’ योजना अब उत्तर कन्नड़ जिले में भीजिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नीरज बी.वी.।

कारवार. बदलती जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। कई गैर-संक्रामक बीमारियों का प्राथमिक स्तर पर ही उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अब जिले में घर-घर स्वास्थ्य सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

राज्य सरकार ने पिछले वर्ष अक्टूबर से कोलार जिले में ‘गृह स्वास्थ्य’ योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया था। अब इसे उत्तर कन्नड़ जिले में भी लागू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इसके लिए अधिकारियों, कर्मचारियों और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या लगभग 14.24 लाख है। योजना के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को स्वास्थ्य जांच व परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा। अब तक की गई सर्वेक्षण में लगभग 9 लाख लोग 30 वर्ष से ऊपर पाए गए हैं।

16 गैर-संक्रामक बीमारियां शामिल

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नीरज बी.वी. ने बताया कि योजना के अंतर्गत मधुमेह, उच्च रक्तचाप (बीपी), अस्थमा, स्तन व गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, मानसिक रोग सहित कुल 16 बीमारियों की पहचान कर उपचार की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही लोगों को निरंतर स्वास्थ्य संबंधी परामर्श भी दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की जांच करेंगी। जिनमें बीमारी पाई जाएगी उन्हें नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाएगा। वहां प्राथमिक उपचार मिलेगा और गंभीर मामलों को तालुक या जिला अस्पताल भेजा जाएगा।

डॉ. नीरज ने बताया कि इस योजना से लोगों को समय पर स्वास्थ्य जानकारी मिलेगी और बीमारियां गंभीर अवस्था में पहुंचने से पहले ही उनका इलाज संभव होगा।

योजना लागू करने में चुनौतियां

जिला अधिकतर पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण योजना को प्रभावी ढंग से लागू करना एक चुनौती हो सकता है। फिर भी जिले में 1,200 से अधिक आशा कार्यकर्ता सक्रिय हैं और पहले से ही घर-घर जाकर लोगों को योजना के बारे में जागरूक कर रही हैं। साथ ही अधिकांश गांवों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौजूद हैं, जिससे योजना के सुचारु रूप से चलने की उम्मीद है।

5 फीसदी आबादी को मधुमेह

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार योजना शुरू करने से पहले किए गए सर्वेक्षण में सामने आया कि जिले की कुल आबादी का लगभग 5 फीसदी (करीब 72 हजार लोग) मधुमेह से पीडि़त हो सकते हैं। उच्च रक्तचाप के रोगियों की संख्या भी काफी अधिक पाई गई है।

जिले के जनसंख्या की जानकारी

तालुक — जनसंख्या
कारवार — 1,55,469
अंकोला — 90,621
कुमटा — 1,43,463
होन्नावर — 1,67,967
भटकल — 1,69.487
सिरसी — 1,76,974
सिध्दापुर — 1,13,005
यल्लापुर — 74,924
मुंडगोड़ — 1,14,558
हलियाल — 1,73,799
जोइडा — 44,320
कुल — 14,24,587

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