यादगिरि. यादगीर जिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. महेश बिरादार ने कहा कि जिले के प्रत्येक शहर और गांव में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की पहचान करने और गंभीर निर्जलीकरण के कारण होने वाली मौतों को रोकने और नियंत्रित करने के लिए, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता सभी बच्चों को घर-घर जाकर ओआरएस जिंक की गोलियां और पैकेट वितरित कर रहे हैं।
वे यादगिरि राजीवगांधी नगर सरकारी लोअर प्राइमरी स्कूल में सोमवार को जिला प्रशासन, जिला पंचायत और जिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से आयोजित आईडीसीएफ गंभीर दस्त नियंत्रण पाक्षिक कार्यक्रम के उद्घाटन पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि तीव्र दस्त को नियंत्रित करने के लिए यह पाक्षिक कार्यक्रम 16 जून से 31 जुलाई, 2025 तक यादगिरि जिले भर में आयोजित किया जाएगा। व्यक्तिगत स्वच्छता, पीने के पानी की सफाई, भोजन की स्वच्छता, पर्यावरण की स्वच्छता और पौष्टिक भोजन का सेवन करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
जिला आरसीएच अधिकारी डॉ. मल्लप्पा के. नायकल ने कहा कि 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को दस्त बंद होने तक ओआरएस तथा 14 दिन तक प्रतिदिन एक जिंक की गोली देनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने निर्जलीकरण के लक्षण बताए।
इस अवसर पर नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक, आशा, स्वास्थ्य एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थे। जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी तुलसीराम चव्हाण ने कार्यक्रम का संचालन कर आभार व्यक्त किया।