विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवादी नारायणस्वामी ने दी चुनौती
हुब्बल्ली. विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवादी नारायणस्वामी ने चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने बयान दिया है कि डॉ. बीआर. अंबेडकर ने पत्र लिखा था कि उन्हें सावरकर ने हराया है। मुख्यमंत्री को इसे सबूतों के साथ साबित करना चाहिए। वरना है उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देकर राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नारायणस्वामी ने कहा कि यदि सिद्धरामय्या सबूत देते हैं, तो मैं विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दूंगा।
उन्होंने कहा कि जब मंत्री प्रियांक खरगे ने विधान परिषद में यही बात कही थी तो मैंने इसका विरोध किया था। मुख्यमंत्री ने अब वही झूठ दोहराया है जो उन्होंने कहा था। प्रियांक खरगे पर कोई विश्वास नहीं करता परन्तु लोग सिद्धरामय्या पर भरोसा करते हैं, अगर वे ही अब झूठ बोलें तो क्या होगा?
नारायणस्वामी ने आरोप लगाया कि यह सरकार अल्पकालिक है। यह किस क्षण गिरेगी पता नहीं है। सिद्धरामय्या के नीचे आने का इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं में ही मतभेद है। राज्य सरकार एसईपी/टीएसपी अनुदान में कटौती कर रही है और उसका उपयोग गारंटी योजनाओं के लिए कर रही है। कांग्रेस में अनुसूचित जाति के कई नेता और मंत्री हैं, परन्तु कोई भी बोल नहीं रहा है।
उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि राज्य में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। लोग सभी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों से तंग आ चुके हैं। राज्य में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता में गुस्सा है। राज्य सरकार कह रही है कि 5 गारंटी पर 5 साल में अपना शासन पूरा करना पर्याप्त है।