आईआईआईटी का सातवां दीक्षांत समारोह 4 जुलाईआईआईआईटी के निदेशक प्रो. महादेव प्रसन्ना।

257 लोगों को विभिन्न डिग्रियां प्रदान की जाएंगी

हुब्बल्ली. आईआईआईटी के निदेशक प्रो. महादेव प्रसन्ना ने कहा कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) का सातवां दीक्षांत समारोह 4 जुलाई शुक्रवार को होगा। 257 लोगों को विभिन्न डिग्रियां दी जाएंगी और एक को पीएचडी मिलेगी।

धारवाड़ मेंपत्रकारों को जानकारी देते हुए प्रो. प्रसन्ना ने कहा कि दीक्षांत समारोह सुबह 10 बजे शुरू होगा। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक एन. कलईसेल्व और आईआईआईटी गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष श्रीधर वेम्बू भाग लेंगे। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग 132, डेटा साइंस-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियरिंग 70, इलेक्ट्रॉनिक्स-कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग 55 और एक को पीएचडी मिलेगी।

उन्होंने कहा कि इस साल, लगभग 190 आईआईटी छात्रों को विभिन्न कंपनियों की ओर से रोजगार के लिए चुना गया है। इनमें से एक कंपनी ने 72 लाख रुपए का वार्षिक वेतन पैकेज तय किया है। आईआईआईटी अब अपने दसवें वर्षगांठ वर्ष में है। इसमें एक हजार विद्यार्थियों की क्षमता वाला छात्रावास बनाने, परिसर और शैक्षणिक ब्लॉक का विस्तार करने का प्रस्ताव है। कुछ नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं और वर्ष 2025-26 के लिए 1450 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। ऑनलाइन एमटेक पाठ्यक्रम शुरू किया गया है, जिसमें 100 लोगों ने प्रवेश लिया है। पीएचडी पाठ्यक्रम में 70 लोगों को प्रवेश की अनुमति है।

संयोजक राजेश ने कहा कि आईआईआईटी ने जिले के सरकारी स्कूलों के कक्षा 6, 7 और 8 के विद्यार्थियों की पढ़ाई में सुधार के लिए हाथ मिलाया है और समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। जिला प्रशासन, स्कूल शिक्षा विभाग और आईआईआईटी ने विद्याशक्ति कायक्रम तैयार किया है। इस कार्यक्रम से 579 स्कूलों के करीब 80 हजार विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

प्रो. गोपिनाथ ने कहा कि विद्याशक्ति कार्यक्रम में विज्ञान, गणित और अंग्रेजी संचार कौशल विषय की पढ़ाई ऑनलाइन होगी। समय दोपहर 3 से 4 बजे तक निर्धारित किया गया है। शिक्षक वर्चुअल माध्यम से पढ़ाएंगे, जिनमें से दो यह काम करेंगे। इस कार्यक्रम के लिए 3763 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिले के करीब 140 सरकारी स्कूलों में प्रयोगशालाओं की कमी है। 280 स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड हैं।

संवाददाता सम्मेलन में आईआईआईटी के रजिस्ट्रार प्रो. मुरुगनंतम पोन्नुस्वामी, वासुदेव पर्वती, प्रो. हेगड़े आदि मौजूद थे।

आईआईआईटी धारवाड़ के निदेशक महादेव प्रसन्ना ने कहा कि आईआईआईटी के छात्रों ने मंगल ग्रह पर ड्रोन उड़ाने की संभावना को लेकर एक प्रोजेक्ट तैयार किया है। यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से चयनित 20 प्रोजेक्ट में से एक है। इसरो के अधिकारी जल्द ही इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करने आईआईआईटी का दौरा करेंगे।
शोध: 5 योजनाएं अंतिम चरण में

आईआईआईटी अनुसंधान पार्क के प्रमुख दीपक ने कहा कि पार्क में 22 शोध योजनाओं का अध्ययन किया जा रहा है, जिनमें से पांच योजनाएं अंतिम चरण में हैं। अधिकांश शोध स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित हैं। मानसिक स्वास्थ्य विज्ञान, चिकित्सा और जैव चिकित्सा विज्ञान से संबंधित परियोजनाओं का अध्ययन किया जा रहा है। ईसीजी एसपीओ2, रक्तचाप, मधुमेह की जांच के लिए एक ही उपकरण पर शोध कार्य प्रगति पर है।

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