सर्वश्रेष्ठ मूर्ति को पुरस्कार वितरित
हुब्बल्ली. शहर के घरों में और कुछ सार्वजनिक गणेशोत्सव समितियों की ओर से स्थापित गणेश प्रतिमाओं का रविवार (पांचवें दिन) शोभायात्रा निकालकर धूमधाम से विसर्जन किया गया।
प्रतिमाओं का विसर्जन इंदिरा ग्लास हाउस के पीछे स्थित कुआं, होसूर कुआं, पुरानी हुब्बल्ली, उणकल, गोकुल रोड क्षेत्र के कुओं में तथा विभिन्न संगठनों की ओर से बनाए गए पानी के टैंकों में किया गया।
रात 10 बजे तक डीजे की गूंज सुनाई दी। कुछ श्रद्धालु भजन गाते हुए और झांझ-मेला बजाते हुए देर रात तक शोभायात्रा निकालते रहे।
घर में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का शाम को विशेष पूजन कर परिवार और पड़ोसी मिलकर आतिशबाजी और नृत्य करते हुए विसर्जन किया। नए बस्तियों में पहली बार विराजे गणेश का भी भव्य जुलूस निकालकर धार्मिक विधि-विधान से विसर्जन हुआ। उपनगर पुलिस थाने में स्थापित प्रतिमा का पुलिसकर्मियों ने ग्लास हाउस के पीछे के कुएं में विसर्जन किया।
हुब्बल्ली सार्वजनिक गणेशोत्सव समितियों के महासंघ के सचिव अमरेश हिप्परगी ने बताया कि शहर के करीब चार लाख घरों में गणेश प्रतिमाएं स्थापित हुई थीं, जिनमें से अधिकांश का रविवार को विसर्जन हुआ। कुछ लोग सातवें और नौवें दिन विसर्जन करते हैं। 50 से अधिक सार्वजनिक प्रतिमाओं का विसर्जन हो चुका है।
पटाखों की बिक्री में वृद्धि
नेहरू मैदान में खुले पटाखों की दुकानों पर रविवार को ग्राहकों की भीड़ देखी गई। माता-पिता अपने बच्चों को साथ लाकर उनकी पसंद के पटाखे खरीदते रहे। मैदान में 6 सितम्बर तक पटाखों की बिक्री जारी रहेगी।
सार्वजनिक गणेशोत्सव समितियों का पुरस्कार वितरण समारोह
हुब्बल्ली के मूरुसाविर मठ के सभागार में रविवार को सार्वजनिक गणेशोत्सव समितियों के महासंघ की ओर से पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर गुरुसिद्ध राजयोगीन्द्र स्वामी ने कहा कि भारत जैसा त्योहारों का देश और कोई नहीं है। हिंदू पर्वों की परंपरा, विधि-विधान और पकवानों में अद्भुत विविधता है।
उद्योगपति डॉ. वी.एस.वी. प्रसाद ने कहा कि रानी चन्नम्मा मैदान की गजानन उत्सव समिति ने इस वर्ष आदर्श तरीके से उत्सव और विसर्जन जुलूस का आयोजन किया। मुंबई की तरह भव्य गणेशोत्सव का आयोजन हमारे लिए गर्व की बात है।
समारोह में रमेश महादेवप्पनवर, कीर्ति कुंदगोल, ईरन्ना नायक, नागेंद्र मेहरवाड़े, गौरी नायक, सौरभ कम्मार, डॉ. गंगाधरय्या हिरेमठ, राघवेंद्र वद्दी, नागलिंग मुरगी, फिजा अंजुम बुक्कीटगर को प्रतिभा सम्मान प्रदान किया गया। निर्णायकों का भी सत्कार किया गया।
समारोह में अल्ताफ कित्तूर, शांताराज पोल, एस.एस. कमडोल्लीशेट्टर, संगीता इजारद, अनिल कविशेट्टी, संतोष शेट्टी, अनीता जड़ी, अमरेश हिप्परगी उपस्थित थे।
