बल्लारी. विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी ने कहा है कि जब तक पैसे देने और लेने तथा वोट देने की व्यवस्था है, तब तक इस देश और राज्य में राजनीतिक मूल्य पाना असंभव है।
शहर में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए होरट्टी ने कहा कि राजनीति में मूल्य कहां है? मूल्य रखने वालों के लिए राजनीति में रहना मुश्किल होता जा रहा है। सदन में रामकृष्ण हेगड़े और बंगरप्पा के बीच बहस हुई थी। अंत में दोनों ने यह कहकर बहस समाप्त की कि मूल्य बचाना हमारा धर्म है। तब राजनीति में मूल्य था, लेकिन आज कहां है?
उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायक सदन में प्रश्न पूछने और उत्तर देने के समय मौजूद नहीं रहते। पहले वे सदन शुरू होने और खत्म होने तक मौजूद रहते थे। आज ऐसा नहीं है। लोग भी वही हैं। वे किसी को सदन में शामिल नहीं होने देते, उन्हें टिकट देते हैं और बाहर बुलाते हैं। उन्हें इधर-उधर घुमाते हैं।
सिटी रवि, लक्ष्मी हेब्बालकर मामला
होरट्टी ने कहा कि यह घटना 19 दिसंबर को बेलगावी के सुवर्ण सौदा में हुई थी। यह तब हुआ जब सदन सत्र नहीं था। हमने कानून पर चर्चा और जांच कर फैसला दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि सभापति का फैसला सही है। उसके बाद दोनों ने फिर से शिकायत की है। मैंने इसे एथिक्स कमेटी को दे दिया है। फिलहाल यह मामला लंबित है।