उडुपी. पुत्तिगे मठा प्रमुख सुगुणेन्द्र तीर्थ ने कहा कि 12 सितम्बर को उडुपी के राजांगण में ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
सुगुणेन्द्र तीर्थ ने कहा कि मोबाइल के बढ़ते उपयोग से मानव की बौद्धिक क्षमता घट रही है, ऐसे में भारतीय ज्ञान परंपरा को पुन: जीवित करना समय की मांग है। पुत्तिगे मठ, श्रीकृष्ण मठ, निट्टे विश्वविद्यालय, कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय तथा वादिराज शोध प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में सम्मेलन आयोजित किया गया है।
उन्होंने कहा कि निट्टे विश्वविद्यालय के कुलपति एन. विनय हेगड़े अध्यक्षता करेंगे। इसमें संस्कृत विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अहल्या एस., वैज्ञानिक डॉ. प्रल्हाद रामराव और कई विद्वान भाग लेंगे। सम्मेलन में 25 शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
सुगुणेन्द्र तीर्थ ने कहा कि 14 सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और 15 सितम्बर को विट्टल पिंडी उत्सव भी पारंपरिक ढंग से मनाए जाएंगे।
