कलबुर्गी. प्री-मानसून और मानसून के दौरान हुई बारिश और तेज हवाओं के कारण जेस्कॉम को साढ़े तीन महीनों की अवधि में कुल 17.01 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
1 अप्रेल से 18 जुलाई तक की अवधि में जेस्कॉम के कार्यक्षेत्र में आने वाले सात जिलों में तेज हवा और बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 7,712 बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा है।
इसके अलावा 512 ट्रांसफॉर्मर (टीसी) और 65.73 किलोमीटर लंबी बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
इनमें से जेस्कॉम के अधिकारियों ने 7,701 खंभों की मरम्मत कर ली है, और शेष 11 खंभों की मरम्मत कार्य प्रगति में है। 512 सभी क्षतिग्रस्त ट्रांसफॉर्मरों को बदल दिया गया है, और 65.73 किलोमीटर क्षतिग्रस्त तारों की मरम्मत भी पूरी कर ली गई है।
कलबुर्गी में सबसे अधिक नुकसान
जेस्कॉम के सात जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान कलबुर्गी में हुआ है। 2,126 खंभे और 117 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। रायचूर में 1,583 खंभे और 15 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। यादगीर में 1,436 खंभे और 45 टीसी क्षतिग्रस्त हुए हैं। कोप्पल में 695 खंभे और 56 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। विजयनगर में 517 खंभे और 94 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। बल्लारी में 165 खंभे और 35 ट्रांसफॉर्मर को नुकसान पहुंचा है।
बिजली की तारों को नुकसान
जेस्कॉम अधिकारियों ने बताया कि तीन महीने की अवधि में बारिश और हवा से संबंधित घटनाओं में कुल 65.73 किलोमीटर लंबी बिजली की तारें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान बीदर जिले में हुआ है। बीदर जिले में 61.73 किलोमीटर तारों को नुकसान पहुंचा है। बाकी जिलों रायचूर में 2.99 किमी, कोप्पल में 500 मीटर, यादगीर में 400 मीटर, बल्लारी में 110 मीटर बिजली की तारें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
तेजी से बिजली आपूर्ति बहाल की
बारिश और हवा से क्षतिग्रस्त हुए बिजली के तार, खंभे और ट्रांसफॉर्मरों की मरम्मत को प्राथमिकता दी गई है और तेजी से बिजली आपूर्ति बहाल की गई है।
–कृष्ण बाजपेयी, प्रबंध निदेशक, जेस्कॉम