सतीश जारकीहोली ने कहा
राजनीतिक हलचल तेज, आलाकमान के निर्देशों पर निर्भर होगा अंतिम निर्णय
बेलगावी. कर्नाटक की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने संकेत दिया है कि राज्य मंत्रिमंडल में जल्द ही विस्तार और फेरबदल संभव है। उन्होंने कहा कि 30 महीने पूरे होने के बाद मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा पहले से थी, अब यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है। पुराने मंत्री जाएंगे और नए चेहरे जरूर आएंगे।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जारकीहोली ने स्पष्ट किया कि इस संबंध में निर्णय मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार की ओर से आलाकमान से चर्चा के बाद लिया जाएगा। उन्होंने मंत्री कृष्ण बैरेगौड़ा के “पार्टी कहे तो पद छोड़ दूँ” वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी को पार्टी के निर्णय का पालन करना चाहिए। पद से हटने वाले संगठन में सक्रिया भूमिका निभाएंगे।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर चल रही अटकलों को खारिज करते हुए जारकीहोली ने कहा कि ऐसी कोई बात मेरे संज्ञान में नहीं है, यह केवल मीडिया की कल्पना है। बेलगावी जिले से संभावित मंत्रियों के नाम पर उन्होंने कहा कि कई वरिष्ठ विधायक दावेदार हैं, लेकिन किसे भाग्य साथ देगा, यह देखना होगा।
इस बीच, यतींद्र सिद्धरामय्या के जारकीहोली अहिंद नेतृत्व संभाल सकते हैं वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बयान केवल संगठनात्मक संदर्भ में था, न कि मुख्यमंत्री या पार्टी पदों को लेकर।
वहीं भाजपा ने सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि दलित कल्याण निधि को गारंटी योजनाओं में खर्च किया गया, जिससे विपक्ष ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
जारकीहोली ने कहा कि मंत्रिमंडल में 34 पदों की सीमा के कारण असंतोष स्वाभाविक है, परन्तु आलाकमान का फैसला ही अंतिम होगा। उन्होंने संकेत दिया कि नवंबर में पार्टी संगठन कोई बड़ा राजनीतिक निर्णय ले सकता है, जिसे कुछ हलकों में ‘नवंबर क्रांति’ कहा जा रहा है।
