केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा
हुब्बल्ली. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि वीरशैव लिंगायत नौकरी चाहने वाले नहीं बल्कि रोजगार निर्माता हैं।
वे विद्यानगर के बीवीबी कॉलेज परिसर में शनिवार को आयोजित वीरशैव लिंगायत ग्लोबल बिजनेस कॉन्क्लेव-2024 का उद्घाटन कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि वीरशैव लिंगायत समुदाय शुरू से ही बासवन्ना के छंद (वचन) कायकवे कैलास (कर्म ही पूजा) को अपनाकर मजबूत रहा है। वीरशैव लिंगायत कर्नाटक तक ही सीमित नहीं हैं। उन्होंने दुनिया के विभिन्न देशों में अच्छे पद, व्यवसाय और उद्योग स्थापित कर अच्छे पदों पर हैं।
जोशी ने कहा कि नया संसद भवन बसवन्ना के अनुभव मंडप के मॉडल पर बनाया गया है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुसार इसे भारत मंडप नाम दिया गया है। पूरी दुनिया हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की प्रशंसा कर रही है। इसी कारण लंदन में बसवन्ना की प्रतिमा लगाई गई है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से आगे बढऩे वाले देशों की सूची में भारत 5वें स्थान पर है। आने वाले दिनों में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा और 2047 तक एक विकसित देश बनकर उभरेगा। केंद्र सरकार ने अगले पांच साल में देश के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 100 लाख करोड़ रुपए की योजना बनाई है।
