धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र
हुब्बल्ली. लिंगायत समुदाय ने वर्षों से उत्तर कर्नाटक के केंद्र धारवाड़ जिले की राजनीति में अपने अस्तित्व के साथ प्रतिनिधित्व बनाए रखा है परन्तु 40 साल में पहली बार लिंगायत समुदाय को धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में टिकट नहीं मिला।
भाजपा ने मौजूदा सांसद ब्राह्मण समुदाय से प्रल्हाद जोशी को और कांग्रेस पार्टी ने कुरुबा समुदाय से विनोद असूटी को मैदान में उतारा है।
उत्तर कर्नाटक में राजनीतिक तौर पर लिंगायतों के मजबूत प्रभाव के कारण, पिछले 4 दशकों से अधिक समय से अधिकांश पार्टियां लोकसभा चुनावों में लिंगायत उम्मीदवारों को मैदान में उतारती रही हैं। यह पहली बार है कि राष्ट्रीय पार्टियों ने भी लिंगायत उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है।
इतिहास की झलक
1984 में धारवाड़ उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से एसआई शेट्टर (जनता पार्टी), 1989 में धारवाड़ उत्तर से चंद्रकांत बेल्लद (जनता दल), बी.सी. पाटिल (केआरएस), धारवाड़ दक्षिण से बी.जी. बणकार (जनता दल) मैदान में उतरे थे।
1991 में धारवाड़ उत्तर से चंद्रकांत बेल्लद (भाजपा), धारवाड़ दक्षिण से बी.जी. बणकार (भाजपा), 1996 में धारवाड़ उत्तर से विजय संकेश्वर (भाजपा), शंकरन्ना मुनवल्ली (जनता दल), धारवाड़ दक्षिण से बी.एम. मेणसिनकाई (जनता दल), बी.जी. बणकार (भाजपा) ने चुनाव लड़ा था।
1998 में धारवाड़ उत्तर से विजय संकेश्वर (भाजपा), शंकरन्ना मुनवल्ली (जनता दल), धारवाड़ दक्षिण से बी.एम. मेणसिनकाई (लोकशक्ति), 1999 धारवाड़ उत्तर से विजया संकेश्वर (भाजपा), वीरन्ना मत्तिकट्टी (कांग्रेस), धारवाड़ दक्षिण से बी.एम. मेणसिनकाई (जेडीयू), 2004 धारवाड़ उत्तर से बी.एस. पाटिल (कांग्रेस), धारवाड़ दक्षिण से मंजुनाथ कुन्नूर (भाजपा) और प्रेमा पाटिल (जेडीएस) ने चुनाव लड़ा।
2008 में, क्षेत्र पुनर्गठन के बाद धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र के तौर पर गठित किया गया। कांग्रेस ने 2009 में मंजुनाथ कुन्नूर, 2014 और 2019 में विनय कुलकर्णी को मैदान में उतारा था।
एकमात्र लिंगायत उम्मीदवार जीता
1980 के बाद से हुए 11 लोकसभा चुनावों में लिंगायत समुदाय ने विभिन्न दलों के उम्मीदवारों के तौर पर चुनाव लड़ा परन्तु केवल विजय संकेश्वर ही सफल रहे। उन्होंने 1996, 1998 और 1999 में धारवाड़ उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव में हैट्रिक जीत हासिल की थी।
सभी समाज को मौका
पिछले चुनावों में कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय को टिकट दिया था। सभी समाज को मौका देने के उद्देश्य से इस बार कुरुबा समाज के विनोद असूटी को टिकट दिया गया है।
– अनिल कुमार पाटिल, अध्यक्ष, धारवाड़ जिला (ग्रामीण) कांग्रेस
हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं रहेगा
दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने हमारे समुदाय को टिकट नहीं दिया है। राजनीतिक रूप से हमारा कोई अस्तित्व ही नहीं रहेगा। समाज के साथ चर्चा के बाद अगला निर्णय लिया जाएगा।
– वी.सी. सवडी, जिला उपाध्यक्ष, वीरशैव लिंगायत महासभा, धारवाड़