बेलगावी. महाराष्ट्र सरकार ने चंद्रकात बच्चू पाटिल और शंभूराज देसाई को सीमा प्रभारी मंत्री नियुक्त किया है। इस संबंध में शुक्रवार को एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें सीमा मुद्दे पर समन्वय स्थापित करने को कहा गया है। जब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री थे, तब ये दोनों सीमा मामलों के प्रभारी मंत्री थे।

दोनों मंत्रियों ने महाराष्ट्र के ज्योतिराव फुले सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा को कर्नाटक में मराठियों को उपलब्ध कराने में सफल रहेे। बदले में उन्होंने यह नियम बनाया था कि लाभार्थियों को एक बयान लिखना होगा कि मैं मराठी हूं, जिस पर महाराष्ट्र एकीकरण समिति के हस्ताक्षर होने चाहिए। कन्नड़ लोगों के भारी विरोध के बावजूद यह परियोजना जारी रही।

वे कई वर्षों से सीमा विवाद लड़ रहे हैं तथा एमईएस नेताओं के साथ उनके घनिष्ठ संबंध हैं। इस कारण इन दोनों को पुन: सीमा प्रभारी का पद दिया गया है।

नहीं जाग रही कर्नाटक सरका

जिला कन्नड़ संगठन कार्य समिति के अध्यक्ष अशोक चंदरगी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार सीमा मुद्दे पर बहुत सतर्क है। इसने सीमा के प्रभारी के तौर पर दो मंत्री नियुक्त किए हैं। यह बेलगावी के एमईएस नेताओं की मांग थी। उन्हें सीमा उच्च प्राधिकरण समिति की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। ये सभी गंभीर घटनाएं पड़ोसी राज्य में हो रही हैं परन्तु कर्नाटक सरकार इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। सरकार को अब जाग जाना चाहिए और एचके पाटिल को सीमा मामलों के प्रभारी मंत्री के तौर पर फिर से नियुक्त करना चाहिए।

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