स्व. विनोद माने की बेटी की शिक्षा का लिया जिम्मा
इचलकरंजी. मैत्री फाउंडेशन के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश छाजेड़ कहा कि मानव जीवन का उद्देश है कि अपने मन, वचन, काया से औरो की मदत करते रहना. जो लोग दुसरो की मदत करते है उन्हें जीवन में कम तनाव रहता है, और मानसिक शांती का अनुभव होता है। जीवन संतोष पूर्ण रहता है।
छाजेड़ शहर में मैत्री फाउंडेशन की ओर से हेरवाड गांव के निवासी स्व. विनोद माने की बेटी की शिक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि किसी की सहायता करने के लिए भव्य पांडाल या नेताओ को बुलाने की आवश्यकता नहीं है, दयालुता के लिए छोटे छोटे कार्य भी लोगों के जीवन में प्रभाव डाल सकते है।
इचलकरंजी में कई संगठन है जो अपने अपने तरीके से लोंगो के जीवन में खुशहाली लाने का काम कर रहे है। इसमें मैत्री फाउंडेशन भी एक है।

परिवार की सहायता का फैसला लिया
हेरवाड गांव के निवासी विनोद माने के निधन के बाद उनकी पत्नी और 3 लड़कियों पर आपदा का पहाड टूट पडा परन्तु ऐसे समय में मैत्री फाउंडेशन ने इस परिवार की सहायता करने का फैसला लिया। शरद पॉलीटेकनिक में प्रथम वर्ष में पढ़ाई कर रही विनोद माने की बेटी सुप्रिया माने की शिक्षा के खर्च की जिम्मेदारी मैत्री फाउंडेशन ने ली है। इसके लिए मैत्री समूह के सभी सदस्यों की सराहना की जा रहा है।
13 जनवरी 2024 को विनोद माने का निधन हो गया। बुढी मां और तीन लड़कियों की जिम्मेदारी विनोद की पत्नी पर आ गई। घर में अकेला कमाने वाले का अचानक निधन होने से परिवार पर दु:खों का बादल टूट पड़ा था। इसकी जानकारी मैत्री फाउंडेशन को मिलने पर फाउंडेशन के सभी सदस्यो ने मिलकर उसकी मदद के लिए हाथ आगे बढाया।
जिस समाज में हम रहते हैं, कमाते हैं तो हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि दूसरों के दुख दर्द में हम भी शामिल हो जाएं। मैत्री फाउंडेशन इस तरह के सेवा कार्य करता रहा है। पूर्व में भी हेरवाड गांव में खडके, नदाफ परिवार की बडी मदत की है।
इस कार्यक्रम में महिला अध्यक्ष वहिदा नेजकर, सदस्य अंजली शर्मा, श्रीकांत जोशी, बाबुलाल तिवारी, यशवंत नाईक, हेरवाड की सरपंच रेखा जाधव, सामाजिक कार्यकर्ता बंडू बरगाले, संतोष तारळे, दिलीप शिरढोणे आदि उपस्थित थे।

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