बेलगावी. कांग्रेस सरकार में फिलहाल सीएम और केपीसीसी अध्यक्ष को बदलने को लेकर चर्चा चल रही है। कांग्रेस में दलित नेताओं की चर्चा कोई नई बात नहीं है। हर बार जब कोई सरकार सत्ता में आती है तो यह बहस तेज होकर फिर शांत हो जाती है।
अब भाजपा सांसद गोविंद कारजोल ने दलित मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस पार्टी को सुझाव दिया है। उन्होंने दलितों के पक्ष में बैटिंग की है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान दलित सीएम के बारे में बातचीत करते हुए कारजोल ने कहा कि कांग्रेस में दलित मुख्यमंत्री के बारे में आवाज उठ रही है। कांग्रेस के पास अब कर्नाटक में दलित मुख्यमंत्री बनाने का अवसर है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि वे दलित नेताओं में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाएंगे। वर्तमान में गृह मंत्री जी. परमेश्वर और खाद्य मंत्री के.एच. मुनियप्पा को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। या फिर स्वयं मल्लिकार्जुन खरगे को ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या ने लोगों को धोखा दिया है। पिछली बार पेश किए गए बजट में से डेढ़ लाख करोड़ रुपए बकाया है। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। प्रतिदिन हत्या और जबरन वसूली की घटनाएं हो रही हैं। अंतरराज्यीय चोर आ रहे हैं और चोरी कर रहे हैं। लोगों को कोई सुरक्षा नहीं है। महिलाओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। गुंडों और गुण्डागर्दी का कहर बढ़ गया है। सरकार ने नियंत्रण खो दिया है। राज्य में भ्रष्टाचार व्याप्त है। बहुत से अधिकारियों ने आत्महत्या कर ली है। सिद्धरामय्या सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। सिद्धरामय्या को तुरंत इस्तीफा दे कर चुनाव का सामना करना चाहिए।