पुलिस की कार्य प्रणाली के लिए आसान हुई तकनीक
विजयपुर. इंडी शहर के पुलिस विभाग ने शहर में अपराध को नियंत्रित करने का एक नया तरीका खोज लिया है। एमसीसीटीएनएस (मोबाइल अपराध एवं आपराधिक ट्रैकिंग सिस्टम) ऐप के माध्यम से संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने का काम शुरू किया है।
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में रात 11 बजे के बाद चोरी और आपराधिक मामलों की संख्या पर अंकुश लगाने की खातिर शहर पुलिस विभाग ने बीट पुलिस को मोबाइल अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग सिस्टम ऐप के जरिए संदिग्ध आरोपियों का पता लगाने का फैसला किया है।
यह ऐप किसी व्यक्ति के फिंगरप्रिंट के आधार पर उसका आपराधिक इतिहास बता देगा। इससे भविष्य में होने वाले अपराधों को रोका जा सकेगा। कई लोग देर रात तक शहर के कई हिस्सों में घूमते रहते हैं।
आमतौर पर रात 11 बजे के बाद बाजार समेत सभी जगह दुकानें बंद हो जाती हैं। इसके बाद लोग इधर-उधर घूमते नजर आते हैं। कभी-कभी, आम लोगों की तरह, अपराधी भी रात में घूमते हुए अपनी अगली आपराधिक घटना की योजना बनाते हैं।
अपराध रोकने में मिलेगी मदद
इस दौरान यह पता नहीं चल पाता है कि इनमें कौन सामान्य लोग हैं या फिर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग कौन हैं। ऐसे में यह ऐप पूरी मदद के लिए तैयार है। इससे आरोपियों की पृष्ठभूमि जानने और उन्हें अपराध करने से रोकने में मदद मिलेगी।
जोड़ा जा रहा डिजिटल आपराधिक रिकॉर्ड
रात्रि पाली समेत सुरक्षा का काम करने वाले पुलिसकर्मियों के पास फिंगरप्रिंट स्कैन वाले उपकरण होते हैं। इसे इंटरनेट के माध्यम से केन्द्र सरकार के डिजिटल आपराधिक रिकॉर्ड से जोड़ा जा रहा है।
जानकारी मिलती है
किसी व्यक्ति के फिंगरप्रिंट को स्कैन करते ही उसका मिलान उसके डिजिटल रिकॉर्ड में मौजूद फिंगरप्रिंट से किया जाता है। यहां व्यक्ति सामान्य व्यक्ति है या वह पूर्व में किसी आपराधिक कृत्य में शामिल रहा है इस बात की जानकारी मिलती है।
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों पर नजर रखी जाएगी
कर्मचारी और अधिकारी रात में शहर में अपराधों की संख्या को कम करने के लिए एमसीसीटीएनएस ऐप का उपयोग कर रहे हैं। रात में अनावश्यक रूप से घूमने वाले आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों पर नजर रखी जाएगी।
–रतन कुमार जीरगिहाल, सीपीआई