राजस्व विभाग की रिपोर्ट
चिक्कमगलूरु. जिले में भूमि का हस्तांतरण भले ही हो चुका है, परन्तु राजस्व रिकॉर्ड में अभी भी तीन-चार पीढिय़ों पूर्व के मृतकों के नाम पर ही भूमि खाते दर्ज हैं। राजस्व विभाग ने पहचान की है कि जिले में 97,000 से अधिक खाते मृतकों के नाम पर ही हैं। अब विभाग बिना शुल्क के इन खातों को जीवित उत्तराधिकारियों के नाम स्थानांतरित करने की योजना पर काम कर रहा है।
भूमि स्वामित्व विवाद और वन-राजस्व भूमि के टकराव के कारण कई लोगों को अपने नाम पर भूमि नहीं मिल पा रही है। वहीं दूसरी ओर पट्टा खाते (पौती खाता) अभी तक बदले नहीं गए हैं। लोग अपने नाम पर खाता प्राप्त करने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
खासकर किसान सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं क्योंकि भूमि उनके नाम पर नहीं है। पहले खाता बदलवाने के लिए आवेदन और शुल्क देना पड़ता था, परन्तु पारिवारिक विवाद और अन्य समस्याओं के चलते कई लोगों ने आवेदन ही नहीं दिया। इसके चलते अब तक 97,525 खाते मृतकों के नाम पर ही जारी हैं।
राजस्व विभाग अब अभियान चलाकर ग्राम पंचायत स्तर पर मृतक के उत्तराधिकारियों की पहचान करेगा और बिना शुल्क के खाते उनके नाम पर करेगा।
राजस्व विभाग का विशेष अभियान
अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में यह अभियान उन राजस्व वृत्तों में शुरू किया गया है जहां खाता पुनर्गठन और स्व-हस्तांतरण कार्य पूरा हो चुका है। विभाग के अधिकारी मृतकों के उत्तराधिकारियों से संपर्क कर, उनके नाम पर खाता स्थानांतरित करेंगे।
पृथक सॉफ्टवेयर
अधिकारियों ने बताया कि एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है जिसमें वंशावली, आधार आधारित ई-केवाईसी और ओटीपी सत्यापन की प्रक्रिया शामिल है। इच्छुक किसान सीधे तालुक कार्यालय जाकर भी खाता परिवर्तन करवा सकते हैं।
मुफ्त सेवा का लाभ उठाएं
अभियान की तर्ज पर मुफ्त पौती खाता करवाया जा रहा है। अधिकारी ही किसानों के घर तक जाएंगे। लोगों को इस मुफ्त सेवा का लाभ उठाना चाहिए।
–मीना नागराज, जिलाधिकारी, चिक्कमगलूरु
मृतकों के नाम पर स्थित खातों की जानकारी
तालुक — खातों की संख्या
कडूर — 42,785
चिक्कमगलूरु — 16,846
अज्जमपुर — 12,404
तरिकेरी — 7,799
मूडिगेरे — 6,608
कोप्पा — 5,106
एनआर पुर — 2,601
शृंगेरी — 2,023
कलस — 1,353
कुल — 97,525