Objection over the quality of work of Mart City projectsविकास के बाद भी कीचड से भरा खेत बना हुब्बल्ली का नेहरू स्टेडियम।

63 कार्यों में से 40 नगर निगम को हस्तांतरित
हुब्बल्ली. शहर को विकसित करने और आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत कई कार्य किए गए हैं। अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं परन्तु उनकी गुणवत्ता को लेकर आपत्तियां हैं।
कुल 63 कार्यों में से 40 नगर निगम को हस्तांतरित किए गए हैं। आरोप है कि कार्यों की गुणवत्ता जांचे बिना ही योजनाओं को नगर निगम ने हस्तांतरित कर लिया है।

लोकायुक्त से की शिकायत
कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन होने के बाद भी सार्वजनिक उपयोग के लिए खुली नहीं हैं। अभी भी कुछ योजनाएं बिना रखरखाव के खराब हो रहे हैं। सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ये बेकार पड़े हैं। कुछ कार्यों के घटिया होने का आरोप लगाते हुए संघ-संस्थाओं ने लोकायुक्त से शिकायत की है।

अभी भी साकार नहीं हुआ सपना
व्यापारियों का कहना है कि जनता बाजार भवन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी अब तक दुकानों का आवंटन नहीं किया गया है। रख-रखाव के बिना इमारत से बदबू आ रही है। किराना और रेहड़ी-पटरी वालों का नए कॉम्प्लेक्स में व्यवसाय शुरू करने और बेहतर जीवन जीने का सपना अभी भी साकार नहीं हुआ है।

पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं
व्यापारी रफीकसाब सौदागर का कहना है कि वे दुकान आवंटन को लेकर दो साल से मांग कर रहे हैं। व्यापारियों को बारिश और ठंड में बाहर कारोबार करना पड़ रहा है। भवन में व्यापारियों और ग्राहकों के लिए पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है। यह आवारा मवेशियों का निवास स्थान बन गया है।

कई सामान चोरी हो गए
व्यापारियों का कहना है कि गणेश पीट के मछली बाजार का हाल भी इससे अलग नहीं है। उपयोग में आने से पहले ही इमारत की हालत खराब हो गई है। साथ ही वहां लगे पाइप समेत कई सामान चोरी हो गए हैं।

जांच भी की
स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के इंदिरा ग्लास हाउस स्थित महात्मा गांधी उद्यान का 26.11 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णोद्धार किया गया है। कार्य की गुणवत्ता खराब होने को लेकर समाजसेवियों ने लोकायुक्त से शिकायत की है जिसकी जांच भी की गई है।

घटिया काम किया
समाजसेवियों का आरोप है कि उद्घाटन के दिन ही उद्यान में स्थित टॉय ट्रेन पटरी से उतर गई। तब से यह ट्रेन ट्रैक छोडक़र बाहर नहीं आई है। म्यूजिकल फाउंटेन, स्केटिंग ग्राउंड, कंपाउंड निर्माण, फजल पार्किंग योजना में भी घटिया काम किया गया है।

कहीं बेकार न हो जाए
योजना के अनुरूप किसी भी सर्कल का विकास नहीं किया गया है। शहर के बाहरी इलाके में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है। खेलप्रेमियों को चिंता है कि शहर से काफी दूर होने के कारण कहीं यह बेकार न हो जाए।

खराब हो रहे ई-टॉयलेट
तोलनकेरे, इंदिरा ग्लास हाउस उद्यान, उणकल और बेंगेरी की सब्जी मंडिय़ों का प्रबंधन कौन करेगा और कर संग्रह के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। रखरखाव के बिना ई-टॉयलेट खराब हो रहे हैं।

कार्य अवधि का विस्तार
स्मार्ट सिटी योजना के तहत होने वाले कार्यों को इस साल जून तक पूरा किया जाना था। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर इसे 31 मार्च 2025 तक बढ़ा दिया है।

किसी को कोई जानकारी नहीं
कचरा संग्रहण की जानकारी दर्ज करने के लिए शहर के 1.10 लाख घरों में आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) टैग लगाए गए थे। इस पर 43 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। कितने घरों से इक_ा किया गया है और इसके लिए लगाई गई मशीनें कहां हैं इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है।
ईरेश अंचटगेरी, पार्षद एवं पूर्व महापौर, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

एक हजार करोड़ रुपए बर्बाद
योजना शुरू करते समय जनता की राय और सलाह नहीं ली गई। स्थानीय स्तर पर तकनीकी समिति का गठन कर जनता को विश्वास में लेना चाहिए था। तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी) से सत्यापन के बाद कार्य हस्तांतरण के समय पर्याप्त सत्यापन किया जाना चाहिए। अन्यथा जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद हो जाएगा। कार्यों में खामी होने पर डीम्ड हस्तांतरण नहीं कर सकते। योजना के तहत एक हजार करोड़ रुपए बर्बाद किया गया है।
-पांडुरंग पाटिल, पूर्व महापौर, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

स्मार्ट सिटी को निर्देश दिया
कुछ कार्य तीन-चार साल पहले ही पूरे हो गए हैं परन्तु बिना रखरखाव के खराब हो गए हैं। इन्हें दुरुस्त कर हस्तांतरित करने का स्मार्ट सिटी को निर्देश दिया गया है।
-डॉ. ईश्वर उल्लागड्डी, आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

रखरखाव का पैसा, नगर निगम को हस्तांतरित
कुल कार्यों में से 43 कार्य सौंपे गए हैं। शेष कार्य सौंपे जाने हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने कार्यों का निरीक्षण किया है। शेष कार्य जल्द ही हस्तांतरित किए जाएंगे। पुराने बस स्टैंड का कार्य अगस्त तक पूरा हो जाएगा। खेल काम्प्लेक्स का कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। कुछ कार्य तो पूरे हुए तीन-चार हो चुके हैं। हर काम के लिए अलग-अलग पैसा है और इसे नगर निगम को हस्तांतरित किया जाएगा।
रुद्रेश घाली, प्रबंध निदेशक, हुब्बल्ली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी

स्मार्ट स्कूल की राशी नाला विकास को
स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्कूलों के उन्नयन के लिए निर्धारित अनुदान का उपयोग नहर सडक़ के काम में किया जा रहा है। स्मार्ट स्कूल योजना के तहत स्कूलों के अपग्रेडेशन के लिए 5 करोड़ रुपए का डीपीआर तैयार किया गया था। इसे रद्द कर स्मार्ट सिटी मिशन की हाई पावर स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में वार्ड 78 के ईश्वर नगर और वार्ड 73 के हणसी टाउन में सीसी रोड नाली के लिए आरसीसी दीवार नाली के निर्माण के लिए कुल 13 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है।

स्मार्ट सिटी परियोजना के लंबित कार्य की जानकारी
परियोजनाएं — राशी
उणकल झील दूसरा चरण — 36.59 करोड़ रुपए
पुराना बस स्टैंड — 39.63 करोड़ रुपए
खेल परिसर — 160 करोड़ रुपए

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *