एसडीएम कॉलेज में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर जागरूकता और सेवा का संगम
हुब्बल्ली. विश्व फिजियोथेरेपी दिवस 2025 के अवसर पर एसडीएम फिजियोथेरेपी कॉलेज और श्री धर्मस्थल मंजुनाथेश्वर विश्वविद्यालय की ओर से एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता और रक्तदान शिविर मुख्य आकर्षण रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, शिक्षाविद एवं एसडीएम डेंटल एवं साइंस कॉलेज की अकादमिक गवर्निंग कमिटी के सदस्य महेंद्र सिंघी ने कहा कि फिजियोथेरेपी दिवस केवल एक पेशे का उत्सव नहीं, बल्कि मानव सेवा और समर्पण का प्रतीक है। फिजियोथेरेपिस्ट स्वास्थ्य सेवा के गुमनाम नायक हैं, उनके योगदान की सराहनीय हैं।
उन्होंने रक्तदान को करुणा और मानव सेवा की भावना का प्रतीक बताते हुए कहा कि आज जो छात्र रक्तदान कर रहे हैं, वे वास्तव में जीवनदाता हैं। एक छोटा सा दान किसी की पूरी जिंदगी बदल सकता है।
सिंघी ने धर्माधिकारी डॉ. वीरेंद्र हेग्गड़े के नेतृत्व की भी सराहना की, जिनकी प्रेरणा से संस्था सेवा कार्यों में अग्रणी बनी हुई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ. निरंजन कुमार ने की। इस अवसर पर पद्म लता निरंजन (बोर्ड ऑफ गवर्नर्स सदस्य), साकेत शेट्टी (निदेशक प्रशासन), वी. जीवनधर कुमार (प्रो-वाइस चांसलर), डॉ. बलराम नायक (प्रिंसिपल, डेंटल कॉलेज), डॉ. संजय परमार (प्राचार्य), डॉ. चिदेन्द्र शेट्टर (रजिस्ट्रार), डॉ. श्वेता कुलकर्णी (कार्यक्रम प्रभारी), डॉ. तुलसी कुलकर्णी (कार्यक्रम संयोजक) तथा महावीर कुंदुर (अध्यक्ष, संस्कार स्कूल) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
पोस्टर प्रतियोगिता में छात्रों ने रचनात्मकता के साथ फिजियोथेरेपी की महत्ता, जागरूकता और मानव सेवा का संदेश प्रस्तुत किया। यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए एक शैक्षणिक अनुभव रहा, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को भी प्रबल करने वाला सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम का समापन आयोजकों, प्रतिभागियों और अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन के साथ हुआ। यह आयोजन फिजियोथेरेपी के महत्व, सेवा-भावना और समर्पण के मूल्यों को प्रभावशाली रूप से उजागर करने में सफल रहा।
