कस्बे के लोगों से दूर
घनी आबादी वाले इलाके में स्थानांतरित करने की मांग
बागलरोट. गुलेदगुड्डा के टीचर्स कॉलोनी स्थित नम्मा (हमारा) क्लिनिक में कोई डॉक्टर नहीं होने से यह अब सिर्फ एक सूचना का केंद्र बना हुआ है।
क्लिनिक में कोई डॉक्टर नहीं होने से वहां के कर्मचारियों को लोगों को इलाज के लिए अन्यत्र जाने के लिए कहना पड़त रहा है।
कस्बे और आसपास के गांवों को सुविधा पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से स्थापित नम्मा क्लिनिक कस्बे के मुख्य बस स्टैंड से डेढ़ किलोमीटर दूर टीचर्स कॉलोनी में खोला गया है। दूरी के कारण लोग वहां जाने से हिचकिचाते थे।
डॉक्टरों को नियुक्त नहीं किया
नम्मा क्लिनिक में तीन अस्थायी कर्मचारी हैं। एक रक्त परीक्षणकर्ता, एक नर्स, और एक डी-ग्रेड कर्मचारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में ड्यूटी करने के सरकारी नियमों के अनुसार, वहां एक डॉक्टर था। उनका कार्यकाल जनवरी में समाप्त होने से वे चले गए हैं। इसके बाद डॉक्टरों को नियुक्त करने का कोई काम नहीं हुआ।
दवाओं की कमी
यहां सर्दी-जुकाम जैसी सामान्य बीमारियों के लिए दवाएं दी जाती थीं। दवाइयों की कमी के कारण, आगे की जांच और दवाइयों की आवश्यकता होने पर उन्हें निकटतम सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा जाता है।
घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थानांतरित करे
नम्मा क्लिनिक टीचर्स कॉलोनी में स्थित है, कस्बे के लोगों से दूर है। इसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थानांतरित करना चाहिए।
–रफीक कलबुर्गी, पार्षद, नगर परिषद
स्थानांतरित किया जाएगा
नम्मा क्लिनिक अस्पताल को भंडारी कॉलेज सर्किल के पास स्थापित करने का उद्देश्य था। वहां भवन उपलब्ध नहीं होने के कारण इसे वहां स्थापित किया गया। आगामी दिनों में स्थानांतरित किया जाएगा।
–एम.बी. पाटिल, तालुक स्वास्थ्य अधिकारी, बादामी