जोशी को हराना ही हमारा धर्म युद्ध
दिंगालेश्वर स्वामी ने कहा
हुब्बल्ली. शिरहट्टी के फकीर दिंगालेश्वर स्वामी ने कहा कि प्रल्हाद जोशी वीरशैव लिंगायतों में फूट डालकर उनमें लड़ाई लगाने का काम कर रहे हैं। उन्हें हराना ही हमारा धर्मयुद्ध है।
शहर में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिंगालेश्वर स्वामी ने कहा कि जोशी ने 20 साल में लिंगायतों और पिछड़ों को रौंदने का जो काम किया है, वही उनकी बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अपने समाज के कितने लोगों को रोजगार दिलवाया है। अन्य समुदायों के कितने लोगों को रोजगार दिलवाया है, इसका खुलासा करें।
उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जोशी ने फूट डालने का काम कर रहे हैं। वे मठों में फूट डालकर एक मठ को दो बनाने का काम कर रहे हैं। शिरहट्टी मठ के गुरु-शिष्यों को अलग करने का काम कर रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो उन्हें बड़े परिणाम भुगतने पड़ेंगे। जोशी को सत्ता में होने पर स्वामी और मठ नहीं चाहिए। उन्हें हमारे बीच दरार पैदा करने की कोशिश का पागलपन भरा दुस्साहस बंद करना चाहिए।
दिंगालेश्वर स्वामी ने तंज कसते हुए कहा कि जोशी ने सांसद बनने के बाद हमारी संस्कृति, परंपरा और मठों की विरासत को नष्ट कर दिया है। मठों में जाना, किसी ने उन्हें जो शॉल पहनाई है उसी को ही मठ प्रमुखों (स्वानियों) को पहनाकर, भेंट देकर यह दिखाने जा रहे हैं कि वे हमारे पक्ष में हैं। क्या यही संस्कृति है।
उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि हमारे समाज की एक बच्ची की बर्बर हत्या के बावजूद जोशी लिंगायतों की लाश पर राजनीति कर रहे हैं।
