बच्चों में स्वास्थ्य समस्या
फलों, शीतल पेय के बढ़े दाम
कलबुर्गी. सुबह आठ बजे से ही सूरज सिर को झुलसा रहा है, छात्र सूरज की किरणों से बचने के लिए चेहरे पर मास्क पहने हुए हैं, दोपहर में सडक़ें सूनी हैं, मार्च के पहले सप्ताह में पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, भूजल स्तर घट रहा है और पानी की उपलब्धता कम हो रही है…
शहर में अब यह एक आम दृश्य हो गया है। राज्य मौसम विभाग के अनुसार ऋतु और मौसम परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है, बुधवार (५ मार्च) को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
छोटे बच्चों में हीटस्ट्रोक
बढ़ती गर्मी और उमस के कारण बच्चों को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे दिनभर थकान, लू, खांसी, बुखार और बेचैनी से पीडि़त हो रहे हैं। स्वास्थ्य समस्याओं के कारण बड़ी संख्या में छोटे बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
गिरता भूजल स्तर
आवासीय इलाकों के निवासियों का कहना है कि गुब्बी कॉलोनी, आदर्श नगर, गणेश नगर, आलंद नाका क्षेत्र, पूजा कॉलोनी, संतोष कॉलोनी समेत शहर के कुछ इलाकों में बोरवेल में पानी का स्तर घट रहा है। पहले, बहुत पानी आता था परन्तु अब भूजल स्तर घट रहा है।
फलों की मांग बढ़ी
नारियल पानी, तरबूज, खरबूजा, सोडा समेत विभिन्न पेय पदार्थों की बिक्री भी तेजी से बढ़ रही है। गर्मी के कारण नारियल पानी की कीमत बढ़ गई है। नारियल जो पिछले महीने 20 से 40 रुपए में बिक रहे थे, अब 40 से 60 रुपए में बिक रहे हैं। तरबूज जो पहले 20 से 30 रुपए प्रति किलो बिकता था, उसकी कीमत बढ़ गई है और 25 से 35 रुपए में बिक रहा है।
लोगों में स्वास्थ्य समस्याएं
एक डॉक्टर ने बताया कि बढ़ते तापमान के कारण भोजन की खपत कम हो रही है और पानी की प्यास बढ़ रही है। बुजुर्गों सहित कई धूप में घूमने वाले कई लोगों में पेट दर्द, सिरदर्द, बुखार, चक्कर आना और त्वचा पर चकत्ते सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं।
इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की मांग
एसी और एयर कूलर की मांग बढ़ गई है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दुकानों पर भीड़ बढ़ गई है। लोग गरीबों का फ्रिज कहे जाने वाले मिट्टी के मटके को खरीदने में अधिक उत्साह दिखा रहे हैं।
20 मार्च से तापमान होगा 40 डिग्री
सोमवार से कलबुर्गी जिले में 38 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। 20 मार्च से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने की संभावना है।
–बसवराज बिरादार, तकनीकी अधिकारी, कृषि अनुसंधान केंद्र, बीदर
स्वास्थ्य विभाग ने दी हीटस्ट्रोक से बचने की सलाह
जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. शरणबसप्पा क्यातनाल ने कहा कि हीटस्ट्रोक से बचने के लिए ठंडा, साफ पानी पिएं। ओआरएस और ग्लूकोज का उपयोग करना चाहिए।
-बहुत ठंडा पानी न पिएं। इससे अपच और मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है। चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, सोडा और कार्बोनेटेड पेय से बचना चाहिए।
-नारियल पानी, गन्ने का रस, छाछ और फलों का रस जैसे पेय पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए।
-घर पर बनी लस्सी, चावल की गंजी का उपयोग करना बेहतर है।
-सुबह 10 से दोपहर 3 बजे के बीच बाहर शारीरिक कार्य करने से बचना चाहिए।
-धूल, धुएं और वायु प्रदूषण से खुद को बचाने के लिए मास्क का उपयोग करना बेहतर है।