मुसीबत में हक्की-पिक्की समुदाय के लोग, मदद की लगाई गुहार

दावणगेरे. रोजगार की तलाश में मध्य अफ्रीकी देश गबॉन चले गए जिले के चन्नगिरी तालुक के हक्की-पिक्की समुदाय के लोग वहां की नई नीतियों के कारण कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

आयुर्वेदिक तेल का व्यापार करने गबॉन की राजधानी लिब्रेविले में कई महीनों से रह रहे चन्नगिरी तालुक के अस्तापनहल्ली और गोपनाल गांवों के हक्की-पिक्की समुदाय के 25 से अधिक लोगों को वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

संकट में फंसे लोगों ने अपने रिश्तेदारों को बताया है कि पुलिस ने उन्हें देश छोडक़र घर लौटने की चेतावनी देते हुए उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं।

कर्नाटक हक्की-पिक्की जनजातीय संगठन की राज्य इकाई के अध्यक्ष आर. पुनीत कुमार ने कहा कि राजनीतिक उथल-पुथल के कारण हाल ही में गबॉन में नई सरकार सत्ता में आई है और उसने विदेशियों को देश छोडऩे का निर्देश दिया है। वहां की सरकार ने आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का व्यापार करने गबॉन गए हक्की-पिक्की समुदाय के सदस्यों को भी देश छोडऩे की चेतावनी दी है। वहां की पुलिस ने 25 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है और धमकी दी है कि आपको 2 लाख से 3 लाख रुपए देने चाहिए। ऐसा नहीं करने पर उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। वहां के लोगों ने हमें बताया है कि हमारे समुदाय को अचानक देश छोडऩे के लिए कहा गया है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *