बिजली का खंभा लगाने के लिए खोदे गए गड्ढे से चार जगहों पर टूटे पाइप।
रायचूर. शहर के डैडी कॉलोनी, काकतीय कॉलोनी, डॉलर्स कॉलोनी समेत प्रमुख इलाकों में शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 7.30 बजे तक बिजली न होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उपभोक्ताओं ने उपभोक्ता शिकायत बैठक में अपील की, परन्तु कोई फायदा नहीं हुआ।
संगठनों और लोगों ने दिन भर बिजली कटौती रोकने के लिए ज्ञापन सौंपे हैं, परन्तु अधिकारी गंभीर नहीं हैं। गेस्कॉम के वरिष्ठ अधिकारियों ने निचले स्तर के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं, इसके बाद भी निचले स्तर के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बिजली और पानी न होने की स्थिति हुई पैदा
बिजली का खंभा लगाने के लिए जब जेसीबी से गड्ढा खोदा जा रहा था, तो चार जगहों से पाइप टूट गया और पानी बर्बाद हो गया। उन्हें पता था कि उसी लाइन में पीने के पानी का पाइप भी है, फिर भी उन्होंने पाइप खोदकर तोड़ दिया। पीने के पानी का पाइप टूटने से चार दिनों से बस्ती में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। गेस्कॉम कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बिजली और पानी न होने की स्थिति पैदा हो गई है।
छुट्टियां भी चैन से नहीं बिता पा रहे हैं लोग
डैडी कॉलोनी में 900 मीटर लंबी सडक़ पर बिजली का खंभा लगाने का काम लगातार दो महीने से चल रहा है। लोग गेस्कॉम के काम से तंग आ चुके हैं। लोग अपनी छुट्टियां भी चैन से नहीं बिता पा रहे हैं।
जनता को नहीं दे रहे जानकारी
अगर कल बिजली कटौती होने वाली है, तो सूचना विभाग और अखबारों को एक दिन पहले इसकी सूचना देनी चाहिए। गेस्कॉम के अधिकारी बिजली कटौती की जानकारी भी जनता को नहीं दे रहे हैं।
बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है
रोटी केंद्र के बसवराज ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि दिन भर बिजली कटौती के कारण फ्रिज में रखा दही और दूध खराब हो गया है। होटलों में रखी सामग्री खराब हो गई है। मोबाइल फोन बंद हुए हैं और व्यापार करना संभव नहीं हो रहा है। बिजली कटौती के कारण हमें बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है।
कॉलोनी के लोग नाराज हैं
माह में आठ दिन बिजली काटने के कारण गेस्कॉम की कार्रवाई से कॉलोनी के लोग नाराज हैं।
–कमलम्मा काकतीय, कॉलोनी निवासी
चेतावनी दी गई है
ग्राहकों को पहले से सूचित करके सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक बिजली काटकर काम पूरा करने का इंजीनियरों को निर्देश दिया गया है। शाम 7 बजे तक बिजली काटना उचित नहीं है। आगे से ऐसा दोबारा न हो यह सुनिश्चित करने के लिए चेतावनी दी गई है।
–चंद्रशेखर, एईई, गेस्कॉम